क्या शेखर कपूर ने एआई के उपयोग पर अपनी राय दी? यह केवल कीमतों का जंजाल है
सारांश
Key Takeaways
- एआई का उपयोग केवल कीमतों को बढ़ाने का जरिया बन रहा है।
- शेखर कपूर ने मासूम का सीक्वल बनाने की घोषणा की है।
- उन्होंने रियल एस्टेट के बढ़ते मूल्य के बारे में चिंता जताई।
- उनकी फिल्में आज भी दर्शकों में लोकप्रिय हैं।
- वे एक चार्टर्ड अकाउंटेंट से सफल निर्देशक बने हैं।
मुंबई, 8 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। निर्देशक शेखर कपूर अपने विचारों को अक्सर सोशल मीडिया के माध्यम से साझा करते हैं। शनिवार को, उन्होंने एआई के उपयोग पर अपनी राय व्यक्त की।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कैप्शन में लिखा, "हम अभी किसी एआई के जाल में नहीं फंसे हैं, और जो कुछ हो रहा है, वह केवल कंपनियों या चीजों की वास्तविक कीमत से कहीं अधिक बढ़ी हुई कीमतों का जंजाल है। अगर कीमतें बढ़ने के बारे में लोगों को बार-बार बताया जाए, तो लोग उसे सच मानने लगते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "एआई हमेशा हमारे साथ रहेगा और यह हमारी जिंदगी को और अधिक सरल और उत्पादक बना सकता है।"
उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, "जैसे आपका घर अगर बहुत अधिक कीमत में बिक रहा है, तो अब वह सिर्फ आपका घर नहीं, बल्कि रियल एस्टेट बबल का हिस्सा बन गया है। इसका मतलब यह नहीं है कि आपको घर की आवश्यकता नहीं है, बल्कि इसकी कीमतें बहुत अधिक हो गई हैं, जो कभी भी गिर सकती हैं।"
शेखर कपूर ने अपने करियर में कई यादगार फिल्में बनाई हैं, लेकिन सिनेमा में कदम रखने से पहले वह लंदन में चार्टर्ड अकाउंटेंट थे। इसके बाद उन्होंने हिंदी सिनेमा की ओर रुख किया और धारावाहिक 'खानदान' से मनोरंजन की दुनिया में कदम रखा, और उन्होंने 'मासूम' से निर्देशन की शुरुआत की।
इसके बाद उनकी सुपरहिट फिल्म मिस्टर इंडिया आई, जो आज भी अपने किरदारों और कहानी के लिए लोकप्रिय है। उन्होंने हॉलीवुड में 'द फोर फेदर्स' और एलिजाबेथ-I जैसी फिल्मों का निर्देशन किया।
हाल ही में, शेखर कपूर ने घोषणा की कि वे 'मासूम' का सीक्वल बनाएंगे। 'मासूम' को साल 1983 में रिलीज किया गया था, और इसके बाद शेखर कपूर को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवार्ड से सम्मानित किया गया था।