क्या शेखर कपूर ने बताया कि हम क्यों ढूंढ रहे हैं एलियन?
सारांश
Key Takeaways
- एलियन की खोज में अहंकार का योगदान है।
- ब्रह्मांड ही हमारी बुद्धि का प्रतिनिधित्व करता है।
- हम पहले से ही बुद्धिमान जीवन से घिरे हुए हैं।
- हमारी खोज की वास्तविकता को समझना जरूरी है।
- शेखर कपूर का दृष्टिकोण हमें सोचने पर मजबूर करता है।
नई दिल्ली, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। फिल्म निर्माता-निर्देशक शेखर कपूर अक्सर सोशल मीडिया पर गहन विचार और गंभीर मुद्दों पर पोस्ट करते हैं। उन्होंने अपने नवीनतम पोस्ट में यह स्पष्ट किया है कि मानव अंतरिक्ष में एलियन की खोज क्यों कर रहा है।
शेखर कपूर ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा किया है, जिसमें वे इस गहन विषय को सरल शब्दों में समझा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि हम अंतरिक्ष में एलियन क्यों खोज रहे हैं? शेखर कपूर लिखते हैं, "हम सबके मन में एलियन के प्रति एक अजीबोगरीब जुनून है कि कहीं दूर कोई एलियन होगा, जो हमारी तरह सोचता होगा। हम रात-दिन टेलिस्कोप लगाए हुए हैं, सिग्नल भेज रहे हैं कि वो भी हमें खोज रहा होगा। जैसे दो पड़ोसी एक-दूसरे की छत पर दूरबीन लगाए बैठे हों। लेकिन, रुकिए, हम या हमारे आस-पास तो पहले से ही सभी बुद्धिमान हैं।"
उन्होंने आगे लिखा, "ये सब बुद्धि नहीं तो क्या है? हम बुद्धि के गर्भ में जी रहे हैं। पूरा ब्रह्मांड ही बुद्धि है तो फिर हम दूर किसी को क्यों खोज रहे हैं? हम तो पहले से ही बुद्धिमान जीवन से चारों ओर घिरे हुए हैं। पूरी प्रकृति ही बुद्धिमान जीवन है।"
शेखर कपूर सवाल के साथ उत्तर भी देते हैं। वह लिखते हैं, "हम एलियन नहीं खोज रहे, हम अपना घमंड सही साबित करना चाहते हैं। हमारा अहंकार चिल्ला रहा है कि मैं सबसे खास हूं। हमें बस एक ऐसा जुड़वा भाई चाहिए जो आए और कहे, 'हां भाई, तुम सच में नंबर एक हो!' इसका मतलब है कि हम किसी दूसरे बुद्धिमान प्राणी की तलाश नहीं कर रहे। हम तो बस अपने अहंकार के लिए एक आईना खोज रहे हैं, जिसमें अपना चेहरा और अच्छा लगे।"