क्या 'हीरो कौन' में बल्लू का किरदार निभाने के लिए तैयार हैं सिद्धार्थ सिपानी?

सारांश
Key Takeaways
- सिद्धार्थ सिपानी का किरदार बल्लू एक जटिलता और गहराई से भरा हुआ है।
- उन्होंने इस किरदार के लिए अपनी पहचान को छोड़ा है।
- सीरीज में अन्य कलाकारों का भी महत्वपूर्ण योगदान है।
- 'हीरो कौन' में काम करना उनके लिए शानदार अनुभव रहा।
- डायरेक्टर अरपिता फत्तनायक ने सभी के अभिनय को निखारा है।
मुंबई, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। टीवी उद्योग के अभिनेता सिद्धार्थ सिपानी जल्द ही आने वाली वेब सीरीज 'हीरो कौन' में दिखाई देंगे। उन्होंने कहा कि उनके किरदार की जटिलता और गहराई ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया है।
सिद्धार्थ ने उत्साह के साथ साझा किया कि उन्हें यह रोल उस समय मिला जब उन्होंने इसकी उम्मीद भी नहीं की थी।
उन्होंने कहा, "कई ऑडिशनों के बाद, मुझे इस सीरीज की निर्माता अरपिता फत्तनायक और सूरज खन्ना का फोन आया। उन्होंने कहा कि उन्हें मेरा ऑडिशन बहुत पसंद आया। खासतौर पर मेरी स्क्रीन पर बल्लू के किरदार में बदलाव ने उन्हें प्रभावित किया। बल्लू का किरदार निभाना मेरे लिए एक रोमांचक चुनौती थी। इस किरदार की जटिलता और गहराई ने मुझे अपनी एक्टिंग की रेंज दिखाने का मौका दिया।"
अपने किरदार के बारे में बताते हुए, अभिनेता ने कहा, "बल्लू एक ऐसा हीरो है, जिसे कोई सम्मान नहीं देता, लेकिन उसका दिल बहुत अच्छा होता है। वहीं, वह अपनी दुनिया में आंतरिक और बाहरी संघर्षों से जूझता है।"
अभिनेता का कहना है कि इस किरदार को निभाने के लिए उन्हें अपनी साफ-सुथरी पहचान को छोड़ना पड़ा।
उन्होंने कहा, "मैंने अपने किरदार को पूरी तरह से निभाने के लिए लंबे बाल, उलझी दाढ़ी और साधारण कपड़ों के साथ एक रफ लुक अपनाया ताकि बल्लू की कठोर प्रकृति को दर्शा सकूं। इस किरदार की तैयारी के लिए मैंने उसकी बैकस्टोरी को गहराई से समझा, फाइट सीक्वेंस की प्रैक्टिस की और एक कोच के साथ काम करके बल्लू का लहजा सही किया। मैंने बल्लू जैसे लोगों की जिंदगी को करीब से देखा ताकि उनकी रोजमर्रा की चुनौतियों को समझ सकूं।"
सीरीज के बारे में बात करते हुए सिद्धार्थ ने कहा कि 'हीरो कौन' में काम करना मेरे लिए एक शानदार अनुभव रहा। यह सीखने और आगे बढ़ने के लिए बहुत अच्छा था। पूरी कास्ट और क्रू ने मेरा पूरा साथ दिया, और अर्पिता के डायरेक्शन ने सभी के अभिनय को आगे लाने में मदद की। यह मेरे करियर का सबसे शानदार सफर था।