क्या सोनू निगम ने कश्मीर की वादियों में बिताए अनमोल पल, डल झील को बताया 'कश्मीर का रत्न'?
सारांश
Key Takeaways
- सोनू निगम की कश्मीर यात्रा ने उनकी कला को और बढ़ावा दिया।
- डल झील कश्मीर का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है।
- कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता ने उन्हें प्रेरित किया।
- बॉलीवुड का कश्मीर से गहरा संबंध है।
- संगीत और कला का कश्मीर में अनूठा संगम है।
मुंबई, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध गायक सोनू निगम ने हाल ही में कश्मीर की अद्भुत यात्रा की और वहां की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लिया। बुधवार को उन्होंने इस यात्रा की कुछ तस्वीरें साझा कीं।
इंस्टाग्राम पर सोनू ने कुछ खूबसूरत तस्वीरें पोस्ट कीं, जिसमें वह शिकारा पर बैठे हुए हैं और चारों ओर फैली पहाड़ियों एवं खूबसूरत वादियों का आनंद ले रहे हैं। उन्होंने तस्वीरों के साथ कैप्शन में लिखा, "कश्मीर का रत्न - डल झील।"
तस्वीरें देख फैंस काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं और वे कमेंट सेक्शन में प्यार बरसा रहे हैं, साथ ही उनकी प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं।
कश्मीर के रत्न डल झील को श्रीनगर की शान और जम्मू-कश्मीर का सबसे आकर्षक पर्यटन स्थल माना जाता है। यहां के हाउसबोट्स, शिकारे और फूलों से सजे बाजार पर्यटकों को बहुत पसंद आते हैं।
कश्मीर और बॉलीवुड का रिश्ता 1949 से शुरू हुआ था, जब दिग्गज अभिनेता राज कपूर ने वहां सुपरहिट फिल्म 'बरसात' के कुछ दृश्य फिल्माए थे। इसके बाद कई बॉलीवुड फिल्में कश्मीर की खूबसूरती को दर्शाते हुए रिलीज हुईं। कश्मीर अब बॉलीवुड का पसंदीदा स्पॉट बन चुका है।
बॉलीवुड के मशहूर निर्देशक यश चोपड़ा ने कश्मीर को रोमांस का पर्याय बना दिया था। उन्होंने 'कश्मीर की कली' और 'सिलसिला' जैसी कई फिल्मों के दृश्य डल झील और गुलमर्ग में फिल्माए थे। यहां की संगीत भी कश्मीर की सुंदरता से प्रेरित है। 'ये चांद सा रोशन चेहरा' और 'जरा सी आहट होती है' जैसे हिट गाने कश्मीर के पृष्ठभूमि में रचे गए हैं।
सोनू निगम को आधुनिक रफी के नाम से जाना जाता है। करियर के प्रारंभ में उन्होंने कई एल्बम में मोहम्मद रफी के गाने गाए और इससे उन्हें काफी प्रसिद्धि मिली। उन्होंने हिंदी और कन्नड़ के अलावा बंगाली, मराठी, तेलुगू, तमिल, उड़िया, अंग्रेजी, असमिया, मलयालम, गुजराती, भोजपुरी, नेपाली, तुलु, मैथिली और मणिपुरी में भी गाने गाए हैं।