क्या सुष्मिता सेन ने नेशनल डॉक्टर्स डे पर सुमित अंतिल की प्रेरणादायक कहानी साझा की?

सारांश
Key Takeaways
- डॉक्टर्स जीवन रक्षक हैं।
- सुमित अंतिल की कहानी प्रेरणादायक है।
- हर व्यक्ति को जीवन में दूसरा मौका मिलता है।
- राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस पर डॉक्टर्स को सम्मानित किया जाता है।
- समाज के लिए डॉक्टर्स की भूमिका महत्वपूर्ण है।
मुंबई, 1 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। नेशनल डॉक्टर्स डे के अवसर पर, अभिनेत्री और पूर्व मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन ने सोशल मीडिया पर पैरालिंपियन सुमित अंतिल की प्रेरणादायक कहानी साझा की। सुमित ने एक गंभीर दुर्घटना का सामना करते हुए भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता। सेन ने डॉक्टर्स को सलाम करते हुए कहा कि वे जीवन रक्षक हैं।
सुष्मिता ने 'सेकंड बर्थडेट' अभियान के तहत इंस्टाग्राम पोस्ट में जीवन को नया मौका देने वाले डॉक्टर्स के महत्व को उजागर किया।
शेयर किए गए वीडियो में सुष्मिता ने बताया कि हर व्यक्ति को जीवन माता-पिता से मिलता है, लेकिन डॉक्टर मुश्किल क्षणों में जीवन रक्षक बनकर दूसरा मौका देते हैं। उन्होंने सुमित अंतिल की कहानी को प्रेरणादायक बताते हुए उनकी हिम्मत और उपलब्धियों की सराहना की। सुमित ने न केवल अपनी जिंदगी को फिर से शुरू किया, बल्कि देश के लिए गोल्ड मेडल जीतकर गौरव बढ़ाया।
सुष्मिता ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, "मैं सुमित अंतिल की सेकंड बर्थडेट स्टोरी शेयर कर रही हूं। उनकी यात्रा प्रेरित करती है। यह हमें याद दिलाती है कि डॉक्टर हमें दूसरा मौका देते हैं। सुमित का गोल्ड मेडल जीतना गर्व का क्षण है।"
पहल के लिए एक फार्मा कंपनी को धन्यवाद देने के साथ उन्होंने एक वेबसाइट पर जाकर फैंस से अपने डॉक्टर्स को धन्यवाद पत्र भेजने की अपील की।
इसके साथ ही, अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी ने भी सोशल मीडिया पर डॉक्टर्स के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने डॉक्टरों को रियल हीरो बताते हुए उनके समर्पण और जीवन बचाने के प्रयासों की सराहना की। शिल्पा ने सभी से अपील की कि वे उन लोगों का सम्मान करें जो दूसरों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए समर्पित हैं।
भारत में हर साल 1 जुलाई को राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस मनाया जाता है। यह दिन डॉक्टर्स और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों की समाज के प्रति अमूल्य सेवा को सम्मान देने और उनकी सराहना करने का अवसर है।