क्या शेफाली जरीवाला का निधन मीडिया की असंवेदनशीलता का उदाहरण है?

सारांश
Key Takeaways
- वरुण धवन ने मीडिया की असंवेदनशीलता पर सवाल उठाया।
- शेफाली जरीवाला का निधन 42 वर्ष की आयु में हुआ।
- पुलिस ने मामले की जांच के लिए आठ लोगों के बयान दर्ज किए हैं।
- शेफाली पिछले सात-आठ साल से एंटी-एजिंग दवाओं का सेवन कर रही थीं।
- मीडिया को व्यक्तिगत दुखों को कवर करने में संवेदनशील होना चाहिए।
मुंबई, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड अभिनेता वरुण धवन ने अभिनेत्री शेफाली जरीवाला के निधन की "असंवेदनशील" कवरेज को लेकर मीडिया की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने मीडिया से किसी के दुख की घड़ी को कवर करने का औचित्य पूछा है। उन्होंने सवाल किया कि इससे आम लोगों को क्या लाभ होता है।
दरअसल, अभिनेता वरुण धवन ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी सेक्शन में मीडिया को फटकार लगाते हुए, एक नोट शेयर किया, जिसमें उन्होंने लिखा, "एक बार फिर मीडिया ने किसी इंसान के निधन को असंवेदनशील तरीके से कवर किया। मुझे समझ में नहीं आता कि आपको किसी के दुख को कवर करने की जरूरत क्या है। हर कोई इस समय इतना असहज दिखता है, इससे किसी को क्या फायदा मिलेगा? मीडिया से मेरा अनुरोध है कि कोई भी नहीं चाहेगा कि उसकी अंतिम यात्रा को इस तरह से कवर किया जाए।"
उल्लेखनीय है कि शेफाली जरीवाला का शुक्रवार को 42 वर्ष की उम्र में कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया था। उनके पति पराग त्यागी ने शेफाली जरीवाला को बेलेव्यू सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ले गए। जहां अस्पताल पहुंचते ही शेफाली की जांच कर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जांच अधिकारियों और फोरेंसिक विशेषज्ञों ने बताया है कि शेफाली पिछले सात-आठ साल से नियमित रूप से एंटी-एजिंग दवाओं का सेवन कर रही थी। उनके घर पर 27 जून को पूजा का आयोजन था, जिसके कारण शेफाली व्रत पर थीं, इसके बावजूद उन्होंने उसी दिन दोपहर में एंटी-एजिंग दवा का इंजेक्शन लिया था। ये दवाएं उन्हें वर्षों पहले एक डॉक्टर की सलाह पर दी गई थीं, और तब से वह हर महीने यह ट्रीटमेंट लेती आ रही थीं। पुलिस को इस बात का संदेह है कि उनकी अचानक मृत्यु का एक बड़ा कारण ये दवाएं भी हो सकती हैं, जिसके चलते कार्डियक अरेस्ट हुआ।
एक सूत्र ने बताया कि रात 10:0011:00आठ लोगों के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें परिवार के सदस्य, नौकर और बेलव्यू अस्पताल के डॉक्टर शामिल हैं।