क्या संघर्ष के बाद बॉलीवुड में मुझे अपनी जगह मिल गई है: विशाल जेठवा?

सारांश
Key Takeaways
- विशाल जेठवा का बॉलीवुड में संघर्ष और सफलता की कहानी।
- फिल्म ‘होमबाउंड’ ने उनकी जिंदगी को बदला।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिली मान्यता।
- संघर्ष के बाद मिली स्वीकृति और पहचान।
- समाज को देखने का नया दृष्टिकोण।
मुंबई, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हाल में फिल्म ‘होमबाउंड’ को 2026 के अकादमी पुरस्कारों के लिए नामांकित किया गया है। इसे भारत की ओर से सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म श्रेणी में चुना गया है। इस फिल्म में ईशान खट्टर, विशाल जेठवा और जान्हवी कपूर प्रमुख भूमिका में हैं।
फिल्म के अभिनेता विशाल जेठवा ने आईएनएस के साथ विशेष बातचीत में साझा किया कि कैसे इस फिल्म ने उनकी जिंदगी को बदल दिया और उन्होंने बॉलीवुड में वह स्थान प्राप्त किया जिसके वे हकदार थे।
हाल ही में एक फैशन शो में फिल्म पर चर्चा करते हुए उन्होंने राष्ट्र प्रेस से कहा, "यह एक अद्भुत अनुभव था। हमने इस फिल्म को बहुत प्रेम से बनाया है। हमें अपनी फिल्म पर गर्व है। जब फिल्म को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलती है, तो यह बहुत अच्छा लगता है। मेरा व्यक्तिगत अनुभव बहुत सकारात्मक रहा। यह एक जीवन बदलने वाला अनुभव था।"
विशाल ने आगे कहा, "इस फिल्म के बाद मैं बहुत बदल गया हूं। अब मैं समाज को एक अलग दृष्टिकोण से देखता हूं। मैं इसके लिए बहुत आभारी हूं।"
जब उनसे पूछा गया कि इस फिल्म के जरिए इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल करने के बाद क्या उन्हें इंडस्ट्री में वह स्थान मिला है जो वे चाहते थे, तो उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि लोगों ने मुझे स्वीकार कर लिया है और मुझे अपनी जगह मिल गई है। यह बड़ी है या छोटी, यह लोग तय करेंगे। लेकिन मैं अपनी जगह से खुश हूं।"
धर्मा प्रोडक्शंस ने इस फिल्म का निर्माण किया है, जिसके निर्देशक नीरज घायवान हैं। इस फिल्म की कहानी उत्तर भारत के एक छोटे से गांव के दो दोस्तों की है, जो पुलिस अधिकारी बनने का सपना देखते हैं। वे आशा करते हैं कि यह नौकरी उन्हें वह सम्मान दिलाएगी जो उन्हें कभी नहीं मिला। लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण उनके सपनों पर पानी फिर जाता है।
इस फिल्म का वर्ल्ड प्रीमियर 2025 के कान फिल्म फेस्टिवल में अन सर्टेन रिगार्ड सेक्शन में हुआ था, जहां दर्शकों ने स्क्रीनिंग के बाद नौ मिनट तक खड़े होकर तालियां बजाईं।