क्या यूपी सरकार की पहल से अमेठी उन्नत स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा का हब बन गया है?
सारांश
Key Takeaways
- अमेठी में 300 करोड़ रुपए की लागत से नया चिकित्सा महाविद्यालय बन रहा है।
- महाविद्यालय में 550 बेड की क्षमता का अस्पताल होगा।
- महाविद्यालय में 100 एमबीबीएस सीटें उपलब्ध हैं।
- पैरामेडिकल क्षेत्र में 230 सीटें हैं।
- सभी सेवाएं 24×7 उपलब्ध रहेंगी।
अमेठी, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने के लिए लगातार महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। अमेठी के तिलोई तहसील में स्थित स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय इस दिशा में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। लगभग 300 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित हो रहे इस महाविद्यालय का निर्माण कार्य अब लगभग समाप्ति की ओर है।
वर्तमान में महाविद्यालय से जुड़े 200 बेड वाले अस्पताल में सेवाएं चालू हैं, और 31 जनवरी 2026 तक 300 बेड50 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक उपलब्ध कराया जाएगा।
इससे कुल बेड की संख्या 550 हो जाएगी, जिससे क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को एक बड़ा बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही, नर्सिंग कॉलेज का निर्माण भी इसी तिथि तक पूरा होने की उम्मीद है। योगी सरकार की यह पहल अमेठी और उसके आस-पास के जिलों के निवासियों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। क्षेत्रवासियों का लंबे समय से चला आ रहा मेडिकल कॉलेज का सपना अब सच होने वाला है और 2026 तक यह संस्थान एक 500 प्लस बेड वाले आधुनिक चिकित्सा केंद्र के रूप में स्थापित होगा।
राज्य स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय में शैक्षणिक गतिविधियां तेज़ी से बढ़ रही हैं। एमबीबीएस कोर्स में 100 सीटें स्वीकृत हैं। पैरामेडिकल क्षेत्र में 11 डिप्लोमा कोर्स चलाए जा रहे हैं, जिनमें कुल 230 सीटें हैं। इनमें एनेस्थीसिया, क्रिटिकल केयर टेक्नीशियन, ब्लड ट्रांसफ्यूजन, इमरजेंसी और ट्रॉमा केयर जैसी महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम शामिल हैं।
आगामी सत्र 2026-27 से बीएससी नर्सिंग कोर्स में 60 सीटें शुरू करने की योजना है। पोस्टग्रेजुएट स्तर पर डीएनबी कोर्स में प्रसूति एवं स्त्री रोग, बाल रोग, एनेस्थीसिया में डिप्लोमा और मेडिसिन में डिग्री कोर्स स्वीकृत हैं। कुछ अन्य कोर्सों का निरीक्षण पूरा हो चुका है और परिणाम का इंतजार है।
महाविद्यालय से जुड़े अस्पताल में ओपीडी और इनडोर सेवाएं नियमित रूप से चल रही हैं। मेडिसिन, सर्जरी, गायनेकोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, ऑर्थोपेडिक्स, ईएनटी, डर्मेटोलॉजी समेत कई विभागों में रोजाना 1000 से अधिक मरीजों का इलाज हो रहा है। आपातकालीन सेवाएं वर्तमान में 10 बेड पर चल रही हैं, जो नए अस्पताल के शुरू होने पर 30 बेड तक बढ़ जाएंगी। अस्पताल में 7 मेजर और 5 माइनर ऑपरेशन थियेटर, 20 बेड का आईसीयू और एनआईसीयू की सुविधा उपलब्ध है। 24×7 डायग्नोस्टिक सेवाएं जैसे सीटी स्कैन, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी लैब, ब्लड स्टोरेज, फार्मेसी, इकोकार्डियोग्राफी और ईसीजी भी मरीजों को उपलब्ध हैं।
मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. रीना शर्मा ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुसार न केवल योजनाओं को लागू किया जा रहा है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं में भी वृद्धि की जा रही है। कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग कार्य कर रहा है। उम्मीद है कि हम नए वर्ष में नई किरणों के साथ चिकित्सकीय सुविधाओं में विस्तार करेंगे।
लोक निर्माण विभाग सीडी टू के अधिशासी अभियंता उमेश चंद्र ने बताया कि मेडिकल कॉलेज का भवन अब जी प्लस सिक्स हो गया है। अब केवल फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। इसके अलावा कॉलेज में डायरेक्टर रूम, नर्सिंग, हॉस्टल आदि का भी कार्य चल रहा है, जिसे सिडको कर रहा है। कुल मिलाकर यह एक 300 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट है।