क्या ब्लैक गार्लिक दिल, लिवर और इम्यूनिटी के लिए फायदेमंद है, सूजन भी कम करता है?
सारांश
Key Takeaways
- ब्लैक गार्लिक का सेवन सूजन को कम करता है।
- यह इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है।
- लिवर की सुरक्षा में सहायक होता है।
- पेट की समस्याओं के लिए लाभकारी है।
- यह साधारण लहसुन से अधिक स्वास्थ्यवर्धक है।
नई दिल्ली, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। लहसुन को स्वास्थ्य का अनमोल खजाना माना जाता है, लेकिन कई लोग इसकी तीव्र गंध के कारण इसे नहीं अपनाते। लेकिन ब्लैक गार्लिक, जिसे हम काला लहसुन कहते हैं, इसका एक अनूठा रूप है। इसका टेक्सचर नरम और जेली जैसा होता है, जबकि इसका स्वाद हल्का मीठा होता है।
काला लहसुन सामान्य सफेद लहसुन का एक विशेष रूप है, जिसे नियंत्रित तापमान और नमी में कई हफ्तों तक पकाया जाता है। इस प्रक्रिया में लहसुन का रंग सफेद से भूरा और फिर काला हो जाता है, जिससे इसका तीखापन कम हो जाता है।
कच्चे लहसुन में एलिसिन नामक तत्व होता है, जो शरीर में एंटी-बैक्टीरियल गुण और इम्यूनिटी बढ़ाने की शक्ति प्रदान करता है। यह पेट की समस्याओं वाले लोगों के लिए भी लाभकारी है। जो लोग एसिडिटी और गैस की समस्या से जूझते हैं, उनके लिए ब्लैक गार्लिक एक बेहतर विकल्प साबित होता है। यह खाने में तीखा नहीं होता और पेट में भारीपन महसूस नहीं होने देता।
ब्लैक गार्लिक शरीर के लिए अनेक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। यह सूजन को कम करने में सहायक होता है। सूजन में कमी से जोड़ों और दिल की सेहत में सुधार होता है। इसके अतिरिक्त, यह इम्यूनिटी को भी मजबूत बनाता है। नियमित रूप से ब्लैक गार्लिक का सेवन करने से शरीर बीमारियों के प्रति अधिक प्रतिरोधक होता है। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में भी मददगार है।
यह लिवर की सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह शरीर से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने में सहायक होता है और लिवर को स्वस्थ बनाए रखता है। इसके अलावा, यह प्रदूषण, धुएं और फ्री रेडिकल्स के हानिकारक प्रभावों से बचाव करता है।
ब्लैक गार्लिक का सेवन करना बहुत सरल है। आप इसे रोजाना 1 से 2 कली खा सकते हैं। इसे सीधे चबाया जा सकता है या फिर भोजन में मिलाया जा सकता है। लेकिन यदि आप किसी अन्य दवा का सेवन कर रहे हैं, तो इसे डॉक्टर की सलाह पर लेना महत्वपूर्ण है।