क्या सर्दियों में कफ की समस्या से परेशान हैं? ये आयुर्वेदिक उपाय देंगे राहत
सारांश
Key Takeaways
- अदरक और तुलसी का काढ़ा कफ को पिघलाने में मदद करता है।
- हल्दी वाला दूध इम्यूनिटी बढ़ाता है।
- गर्म पानी का सेवन कफ को पतला करता है।
- त्रिफला चूर्ण पाचन तंत्र को मजबूत करता है।
- लौंग और शहद खांसी में राहत देते हैं।
नई दिल्ली, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सर्दी के मौसम में कफ की समस्या आमतौर पर बढ़ जाती है। बार-बार बलगम का जमना, गले में खराश और खांसी जैसी समस्याएं सामान्य हो जाती हैं। कफ से राहत पाने के लिए आयुर्वेद कुछ सरल उपाय प्रदान करता है।
भारत सरकार का आयुष मंत्रालय कफ को कई समस्याओं की जड़ मानता है। यदि यह समस्या लगातार बनी रहे, तो यह शरीर में विभिन्न रोगों का कारण बन सकती है। खास बात यह है कि आयुर्वेद में कफ को दूर करने के लिए कई सरल और प्रभावी घरेलू उपाय हैं, जो न केवल राहत प्रदान करते हैं बल्कि समस्या के मूल कारण को भी समाप्त करने में मदद करते हैं।
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों का मानना है कि कफ को नियंत्रित करने के लिए औषधियों का उपयोग सबसे सुरक्षित और प्रभावी तरीका है। पहला उपाय है अदरक और तुलसी का काढ़ा। ताजे अदरक और तुलसी की पत्तियों को पानी में उबालकर छान लें और दिन में दो-तीन बार इसका सेवन करें। इससे कफ पिघलता है, बलगम बाहर निकलता है और गले की खराश में तुरंत राहत मिलती है।
एक और पारंपरिक नुस्खा है हल्दी वाला दूध। सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से कफ कम होता है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है, जो संक्रमण से लड़ता है और इम्यूनिटी को बढ़ाता है। सबसे सरल उपाय है दिन भर गर्म पानी का सेवन करना। इससे कफ पतला होता है और आसानी से बाहर निकल जाता है।
त्रिफला चूर्ण भी कफ के नियंत्रण का बेहतरीन उपाय है। हर रात एक चम्मच त्रिफला पाउडर को गर्म पानी के साथ लें। यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, जिससे कफ की समस्या कम होती है। लौंग और शहद का मिश्रण भी प्रभावी है। 2-3 लौंग की कलियों को शहद में मिलाकर चबाएं या चूसें। इससे बलगम कम होता है और खांसी में राहत मिलती है। लौंग में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो गले के संक्रमण को दूर करते हैं।
ये आयुर्वेदिक उपाय न केवल कफ से राहत देते हैं, बल्कि स्वास्थ्य में सुधार करने में भी सहायक हैं। सर्दी-जुकाम के इस मौसम में इन घरेलू नुस्खों को आजमाकर आप स्वस्थ रह सकते हैं। विशेषज्ञों की सलाह है कि इन उपायों को नियमित रूप से अपनाएं, लेकिन यदि समस्या गंभीर हो तो डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें।