क्या धनुरासन सर्दियों में आलस्य और पेट की समस्याओं से राहत देगा? जानें इसके अद्भुत फायदे
सारांश
Key Takeaways
- ऊर्जा बढ़ाने वाला आसन
- पाचन तंत्र को मजबूत करता है
- कमर दर्द में राहत देता है
- महिलाओं के लिए फायदेमंद
- सामान्य स्वास्थ्य के लिए लाभकारी
नई दिल्ली, २५ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जैसे-जैसे सर्दियाँ दस्तक देती हैं, शरीर में सुस्ती का एहसास होने लगता है और तले-भुने भोजन के कारण पेट संबंधी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। इस स्थिति में, योग का अभ्यास आपको ताजगी और तंदुरुस्ती प्रदान करने में सहायक होता है। इसी क्रम में, धनुरासन एक ऐसा योगासन है, जो न केवल शरीर को ऊर्जावान बनाता है, बल्कि आपको फिट भी रखता है।
'धनुरासन' एक संस्कृत शब्द है, जिसमें 'धनुर' का अर्थ 'धनुष' और 'आसन' का अर्थ 'मुद्रा' है। इस आसन में शरीर धनुष के आकार में झुकता है। यह आसन शरीर की मांसपेशियों को मजबूत करने, लचीलापन बढ़ाने और कई स्वास्थ्य समस्याओं को सुधारने में मदद करता है।
आयुष मंत्रालय के अनुसार, धनुरासन एक प्रभावी योगासन है, जो पेट और पीठ की मांसपेशियों में खिंचाव लाता है। साथ ही, यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है, कब्ज और अपच को दूर करता है, रक्त संचार को बढ़ाता है, वजन कम करने में सहायक है, और मानसिक शांति प्रदान करता है। इस आसन को पेट के बल लेटकर, घुटनों को मोड़कर, टखनों को हाथों से पकड़ते हुए छाती और जांघों को ऊपर उठाकर किया जाता है।
इसके अतिरिक्त, यह फेफड़ों की क्षमता को भी बढ़ाता है। इसके नियमित अभ्यास से कमर दर्द, मधुमेह नियंत्रण और यहाँ तक कि हृदय स्वास्थ्य में सुधार देखा गया है। महिलाओं के लिए, यह मासिक धर्म की अनियमितता को दूर करने में भी सहायक है।
इसे सही तरीके से करने के लिए, सबसे पहले योगा मैट पर पेट के बल लेटें, पैरों को एक साथ रखें और हाथों को शरीर के बगल में रखें। अब सांस छोड़ते हुए घुटनों को मोड़ें और एड़ियों को हाथों से पकड़ें। सांस लेते हुए जांघों, सिर और छाती को पेट के निचले हिस्से पर केंद्रित करते हुए जितना संभव हो ऊपर उठाएं। इस स्थिति को १०-२० सेकंड तक बनाए रखें। फिर सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएं।
इसके नियमित अभ्यास से शरीर को कई लाभ मिल सकते हैं, लेकिन यदि किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का सामना कर रहे हैं, तो इसे करने से पहले योग विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।