क्या एक्सरसाइज के बाद भी वजन नहीं घट रहा? जानिए अपनी बॉडी शेप के अनुसार सही कसरत और डाइट

सारांश
Key Takeaways
- अपनी बॉडी टाइप को समझें।
- सही एक्सरसाइज और डाइट का चयन करें।
- नियमित एक्सरसाइज से मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है।
- डॉक्टर की सलाह लें।
- जंक फूड से बचें।
नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज करना आवश्यक है, लेकिन कई बार मेहनत करने के बावजूद भी वजन कम नहीं होता। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हर व्यक्ति की बॉडी अलग होती है और सभी का मेटाबॉलिज्म, बॉडी शेप और ज़रूरतें भी भिन्न होती हैं।
आयुष मंत्रालय और विज्ञान के अनुसार, सही एक्सरसाइज और डाइट का चुनाव आपकी बॉडी टाइप के अनुसार होना चाहिए, तभी आप बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। यह समझना आवश्यक है कि एक ही तरह की एक्सरसाइज और डाइट सभी के लिए प्रभावी नहीं होती। इसलिए अपनी बॉडी टाइप को समझकर ही अपनी दिनचर्या बनाना उचित है, ताकि वजन कम करना आसान हो सके।
दुनिया में मुख्यतः चार प्रकार की बॉडी शेप्स होती हैं: आवरग्लास, एप्पल, बनाना और पीयर। हर बॉडी शेप की अपनी विशेषताएँ और चुनौतियाँ होती हैं, इसलिए इन्हें जानना और समझना बहुत आवश्यक है। एक्सरसाइज के साथ सही डाइट भी वजन कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। नियमित एक्सरसाइज करने से आपका मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है, जिससे आपका शरीर तेजी से कैलोरी बर्न करता है।
आवरग्लास बॉडी शेप वालों का शरीर संतुलित होता है, पर उनमें वजन बढ़ने का खतरा अधिक होता है, विशेषकर कंधे और कमर के नीचे के हिस्से में। ऐसे लोग जो टेनिस, वॉलीबॉल जैसे एनर्जी भरपूर खेल खेलते हैं या कार्डियो एक्सरसाइज करते हैं, उनके लिए वजन नियंत्रित रखना सरल होता है। जंपिंग जैक, स्विमिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज इस शेप के लिए बेहद लाभकारी हैं। डाइट में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाएं, लेकिन चीनी और जंक फूड से बचें। हरी सब्जियां, अंडे, स्किम्ड मिल्क और एवोकाडो आपकी डाइट में अवश्य शामिल होने चाहिए। डॉक्टर की सलाह लेकर ही अपने खाने-पीने की आदतों में बदलाव करें।
वहीं, एप्पल बॉडी शेप वाले लोगों के ऊपरी हिस्से जैसे छाती और कंधे अधिक चौड़े होते हैं, और पेट के आसपास फैट जमा होता है। यह बॉडी टाइप ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी बीमारियों के लिए अधिक संवेदनशील होती है। इसलिए इनके लिए पेट की चर्बी कम करने वाली एक्सरसाइज जैसे साइकलिंग, रनिंग, रस्सी कूदना, स्क्वाट्स और लेग प्रेस करना बहुत आवश्यक है। साथ ही, कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज भी नियमित करें। इस शेप के लोगों को हाई फाइबर, हेल्दी फैट और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर डाइट लेनी चाहिए। अनाज, फल और हरी सब्जियां इनके लिए आवश्यक हैं।
अगर आपकी बॉडी बनाना शेप की है तो आपका मेटाबॉलिज्म तेज होता है और आप पतले रहते हैं। इस शेप के लोगों को अपने शरीर में कर्व्स बनाने के लिए स्ट्रेचिंग, स्क्वाट्स, स्पिनिंग और पावर लंज जैसी एक्सरसाइज करनी चाहिए। पावर लंज में एक पैर आगे और दूसरा पीछे रखें, धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ें और वापस सीधा हो जाएं। डाइट में कॉम्प्लेक्स कार्ब्स, प्रोटीन और कैल्शियम ज्यादा लें। दूध, दही और छाछ को अपने आहार में शामिल करें। लेकिन ऑयली और जंक फूड से बचना आवश्यक है, क्योंकि यह शरीर को नुकसान पहुँचा सकता है।
पीयर बॉडी शेप वालों के निचले हिस्से जैसे हिप्स, थाइज और बट अधिक भारी होते हैं। इस बॉडी टाइप के लोगों का मेटाबॉलिज्म धीमा होता है, इसलिए वजन कम करने में समय लग सकता है। ऐसे में एक्सरसाइज में निचले हिस्से को टोन करने वाले स्क्वाट्स और साइड रेज शामिल करें। स्क्वाट करते वक्त दोनों पैर थोड़ा अलग रखें, घुटनों को मोड़ें लेकिन पंजों के आगे न जाने दें। साइड रेज में लेट कर एक पैर को ऊंचा उठाएं और वापस नीचे लाएं। डाइट में फैट कम करें और कैल्शियम बढ़ाएं। हरी पत्तेदार सब्जियां, फल और एग वाइट आपके लिए अच्छे विकल्प हैं। नमक का सेवन कम करना भी आवश्यक है ताकि ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहे।