क्या मूंग दाल हर उम्र के लिए फायदेमंद है, दिल-दिमाग को स्वस्थ और त्वचा पर चमक लाती है?

सारांश
Key Takeaways
- मूंग दाल में उच्च प्रोटीन और कम फैट होता है।
- यह दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है।
- डायबिटीज के मरीजों के लिए एक सुरक्षित विकल्प है।
- इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है।
- त्वचा को चमकदार बनाती है।
नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय रसोई में मूंग दाल का एक महत्वपूर्ण स्थान है। चाहे वह खिचड़ी हो, दाल-चावल या फिर कोई स्वास्थ्यवर्धक स्नैक, यह दाल हर रूप में उपयुक्त है। पौष्टिकता से भरपूर मूंग दाल के लाभों को आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों ही मानते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि यदि इसे आवश्यकता से अधिक सेवन किया जाए तो यह लाभदायक चीज भी नुकसान पहुंचा सकती है।
आयुर्वेद के अनुसार, मूंग दाल को 'त्रिदोष नाशक' माना जाता है, अर्थात यह वात, पित्त और कफ को संतुलित करने की क्षमता रखती है। यह शरीर में संतुलन बनाए रखने में सहायक होती है। मूंग दाल हल्की होती है, जिससे इसे पचाने में अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती। यही कारण है कि इसे बीमार या बुजुर्ग व्यक्तियों को भी दिया जा सकता है। विशेषकर जब पेट में कोई समस्या हो या पाचन कमजोर हो, तब मूंग दाल की खिचड़ी एक प्रकार से औषधि का काम करती है।
आधुनिक विज्ञान के अनुसार, मूंग दाल में प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है और फैट बहुत कम होता है। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा घटता है। इसके अलावा, इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे इसे खाने के बाद ब्लड शुगर तेजी से नहीं बढ़ता। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन जाती है।
मूंग दाल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन्स इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। बदलते मौसम में जब बीमारियाँ फैलती हैं, तब ऐसे तत्व महत्वपूर्ण होते हैं जो शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं। इसमें मौजूद विटामिन सी, ई और फोलिक एसिड त्वचा को चमकदार बनाने और बालों को झड़ने से रोकने में मदद करते हैं।
हालांकि, यदि मूंग दाल का सेवन आवश्यकता से अधिक किया जाए या गलत तरीके से खाया जाए, तो यह हानिकारक भी हो सकती है। मूंग दाल में फाइबर होता है, जो पाचन के लिए अच्छा है, लेकिन यदि कोई एक बार में अधिक मात्रा में इसे खा ले, तो गैस बनने लगती है। कुछ व्यक्तियों को इससे ब्लोटिंग यानी पेट में सूजन महसूस हो सकता है। इसलिए, मूंग दाल का सेवन सही मात्रा में करना अत्यंत आवश्यक है।