क्या गंधक स्किन और बालों के लिए लाभकारी है? सेवन की विधि जानना है जरूरी

सारांश
Key Takeaways
- गंधक त्वचा और बालों के लिए अत्यधिक लाभकारी है।
- गंधक का सेवन आयुर्वेदिक तरीके से करना चाहिए।
- गंधक चूर्ण का उपयोग विभिन्न त्वचा और श्वसन समस्याओं में किया जा सकता है।
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कुछ खनिज या रासायनिक तत्व ऐसे होते हैं, जिनका उपयोग खेतों से लेकर पटाखों तक में होता है, लेकिन ये ही रसायन औषधि के रूप में भी कार्य करते हैं और विभिन्न रोगों से राहत दिलाने में सहायक होते हैं। हम यहाँ गंधक की चर्चा कर रहे हैं।
गंधक का नाम सभी ने सुना होगा, क्योंकि दादी-नानी इसका प्रयोग नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए करती हैं, पर इसका उपयोग आयुर्वेद में औषधि के रूप में भी किया जाता है।
गंधक एक रासायनिक तत्व है, जिसका वैज्ञानिक प्रतीक 'एस' है और इसे बाजार में सल्फर के नाम से भी जाना जाता है। यह पीले रंग का होता है और इसकी गंध असहनीय होती है, लेकिन आयुर्वेद में इसका उपयोग त्वचा संबंधी रोगों, यौवन को बनाए रखने और रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसका स्वाद तीखा और कसैला होता है तथा तासीर गर्म होती है। यदि शरीर में वात और कफ का असंतुलन है, तो गंधक इसे संतुलित करता है।
गंधक का सेवन करने से पहले इसे शुद्ध गंधक में परिवर्तित करना अनिवार्य है, ताकि इसे खाने के योग्य बनाया जा सके। यदि आप इसे स्वयं नहीं करना चाहते, तो बाजार में शुद्ध गंधक गोलियों और भस्म के रूप में उपलब्ध है। शुद्ध गंधक बनाने के लिए लोहे की कढ़ाई में गंधक को गर्म करें और जब यह पिघलने लगे, तो उसमें नींबू का रस मिलाएं। इस प्रक्रिया को तीन बार दोहराकर गंधक को सुखाकर उसका चूर्ण बना लें।
गंधक चूर्ण का उपयोग कई बीमारियों में किया जाता है। यदि फोड़े-फुंसी, मुंहासे, खुजली या त्वचा से संबंधित कोई संक्रमण है तो गंधक चूर्ण का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा, यदि पाचन शक्ति कमजोर है और संक्रमण जल्दी घेर लेते हैं, तो इसका सेवन लाभकारी है। यह शरीर की ऊर्जा को बढ़ाने और थकान कम करने में भी सहायक है, साथ ही शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को भी बाहर निकालता है।
गंधक चूर्ण का उपयोग श्वसन रोगों में भी किया जाता रहा है। अस्थमा, खांसी, सर्दी-जुकाम और फेफड़ों को साफ करने में गंधक का चूर्ण अत्यंत लाभकारी है। यदि आप बालों से संबंधित समस्याओं से परेशान हैं, तो गंधक चूर्ण का सेवन इसे कम करने में मदद करेगा। यह बालों के झड़ने को रोकता है और उन्हें काला बनाए रखने में भी सहायक है।
गंधक चूर्ण का सेवन १ से ३ ग्राम के बीच करें और इसे खाना खाने से पहले सुबह या शाम के समय लिया जा सकता है। बच्चों को गंधक चूर्ण के सेवन से दूर रखना चाहिए। अन्यथा, आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह पर ही इसका सेवन करें।