गुजरात में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन, क्या महिलाओं ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया?

सारांश
Key Takeaways
- स्वास्थ्य शिविर में मुफ्त चिकित्सा सेवाएं प्रदान की गईं।
- महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति बेहतर जागरूकता मिली।
- विशेषज्ञ डॉक्टरों ने अपनी सेवाएं दीं।
- यह अभियान पूरे देश में चल रहा है।
- महिलाओं और उनके परिवारों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने का उद्देश्य है।
आणंद, 23 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर आरंभ किए गए ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार’ अभियान के अंतर्गत गुजरात के आणंद जिले के वासद सामूहिक आरोग्य केंद्र में एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में वासद और आस-पास के गाँवों से बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया।
इस स्वास्थ्य शिविर में दंत रोग, मानसिक स्वास्थ्य, नेत्र रोग, हड्डी रोग, बाल रोग आदि सहित सामान्य ओपीडी सेवाएं उपलब्ध कराई गईं। शिविर में आए मरीजों की निशुल्क जांच की गई और आवश्यक दवाएं भी मुफ्त में वितरित की गईं।
आणंद जिले के स्वास्थ्य अधिकारी (सीडीएचओ) पीयूष पटेल ने बताया कि 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में शुरू किए गए इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और उनके परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है।
उन्होंने कहा, “यह अभियान महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए परिवारों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पूरे भारत में इस तरह के चिकित्सा कैंप आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि अधिक से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।”
वासद सामूहिक आरोग्य केंद्र में आयोजित इस शिविर में स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों और कर्मचारियों ने मिलकर इसे सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। शिविर में सभी प्रकार के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने अपनी सेवाएं दीं और मरीजों को निःशुल्क निदान के साथ-साथ दवाएं भी प्रदान की गईं।
स्थानीय महिलाओं ने इस पहल की सराहना की और इसे उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने वाला बताया।
शिविर में भाग लेने वाली वासद गांव की प्रियंका गोस्वामी ने कहा, “यह शिविर हमारे लिए बहुत लाभकारी रहा। हमें मुफ्त में जांच और दवाएं मिलीं, जो हमारे लिए बहुत बड़ी राहत है।”
इसी तरह भावना परमार ने बताया, “ऐसे शिविर गांवों में बहुत जरूरी हैं, क्योंकि इससे हमें विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह और इलाज आसानी से मिल जाता है।”
वहीं एक महिला जिगिशा पटेल ने कहा कि यहां पर एक मेडिकल कैंप लगाया गया था। मैं भी यहां आई थी और अपना बॉडी चेकअप करवाया। मुझे बहुत अच्छा लगा क्योंकि अगर मैं यह कहीं और करवाती तो बहुत खर्चा होता।
पल्लवी भोई, जोशना परमार, और कृष्णा पटेल ने भी इस अभियान की सराहना करते हुए कहा कि यह महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मददगार साबित होगा।
‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार’ अभियान के तहत देशभर में इस तरह के स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन जारी है। यह पहल न केवल महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देती है, बल्कि परिवार और समाज को सशक्त बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।