कौन सी बीमारी में खाएं कौन सी दाल?
सारांश
Key Takeaways
- दालें स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- मधुमेह के लिए चना, मूंग और मसूर दाल फायदेमंद हैं।
- हाई बीपी के लिए मूंग और मसूर दाल का सेवन करें।
- पाचन में सुधार के लिए मूंग दाल लाभकारी है।
- दालों को कम मसालों के साथ उबालकर खाएं।
नई दिल्ली, 26 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। हमारे देश के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न प्रकार की दालों की खेती की जाती है। पहाड़ी क्षेत्रों से लेकर समतल इलाकों में, मौसम के अनुसार दालों की उपज होती है।
दालें हमेशा से हमारी थाली का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही हैं, लेकिन जंक फूड की बढ़ती खपत ने दालों को हमारे खाने से हटा दिया है। क्या आप जानते हैं कि दालें कई प्रकार की बीमारियों के खिलाफ हमारी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देती हैं? आज हम जानेंगे कि कौन सी दाल किस बीमारी के लिए लाभकारी है।
मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों के लिए चना दाल, मूंग दाल और मसूर दाल का सेवन करना चाहिए, क्योंकि ये रक्त में शुगर के स्तर को तेजी से नहीं बढ़ाती हैं। मधुमेह रोगियों को अरहर की दाल का सेवन सीमित करना चाहिए। ये दालें प्रोटीन का उत्तम स्रोत हैं।
उच्च रक्तचाप (हाई बीपी) वाले रोगियों को घी और नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। उन्हें मूंग दाल और मसूर दाल का सेवन करना चाहिए, क्योंकि ये पाचन में हल्की होती हैं और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती हैं। चना दाल और मसूर दाल में प्रोटीन और फाइबर के साथ-साथ कोलेस्ट्रॉल कम करने की क्षमता होती है, जिससे रक्त वाहिकाओं पर कम दबाव पड़ता है।
हृदय रोगियों के लिए चना दाल और मसूर दाल का सेवन अत्यंत लाभकारी होता है। इस दौरान तली हुई चीजों से परहेज करना चाहिए। यदि पेट की पाचन शक्ति से संबंधित समस्याएं हैं, तो केवल मूंग दाल का सेवन करना चाहिए। मूंग दाल पाचन में हल्की होती है और इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है।
पेट दर्द, गैस और धीमी पाचन शक्ति को सुधारने के लिए मूंग दाल बहुत फायदेमंद होती है। अगर आप थकान और कमजोरी महसूस कर रहे हैं, तो अरहर दाल और उरड़ दाल का सेवन करें, क्योंकि ये सभी प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर हैं। ये रक्त की मात्रा को बढ़ाने में मदद करती हैं और कैल्शियम और फाइबर से भी समृद्ध हैं।
अब सवाल यह है कि इनका सेवन कैसे करें। भारतीय घरों में दाल को ढेर सारे मसालों के साथ तड़का लगाकर बनाना आम है, लेकिन यह सही तरीका नहीं है। दाल को उबालकर कम मसालों के साथ खाना चाहिए, ताकि इसके पोषक तत्व सुरक्षित रहें।