क्या सर्दियों में विटामिन सी सप्लीमेंट्स का सेवन करना चाहिए?
सारांश
Key Takeaways
- विटामिन सी सर्दी से पूरी तरह बचाव नहीं करता।
- नियमित सेवन से लक्षणों की अवधि में कमी संभव है।
- संतुलित आहार, नींद, और व्यायाम अधिक प्रभावी हैं।
- सप्लीमेंट्स पर निर्भर रहना आवश्यक नहीं है।
- शोध से सीमित और हल्का राहत संभव है।
नई दिल्ली, 13 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सर्दियों में विटामिन सी को अक्सर “सर्दी का उपचार” या “रक्षा कवच” के रूप में देखा जाता है। बाजार में सप्लीमेंट्स, ओवर-द-काउंटर गोलियां और पाउडर हर जगह उपलब्ध हैं। लेकिन क्या विज्ञान के अनुसार यह सच है कि विटामिन सी लेने से हम सर्दी से बच सकते हैं या जल्दी ठीक हो सकते हैं?
सबसे महत्वपूर्ण शोधों में से एक, कोक्रेन समीक्षा (कोक्रेन रिव्यू 2013) ने इस सवाल का उत्तर खोजने का प्रयास किया। इस समीक्षा में 29 विभिन्न ट्रायल्स और 11,000 से अधिक प्रतिभागियों के डेटा का विश्लेषण किया गया।
इस शोध के निष्कर्ष यह बताते हैं कि जो लोग नियमित रूप से विटामिन सी सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं, उनकी सर्दी पकड़ने की संभावना उन लोगों के समान होती है जो इसे नहीं लेते। यानी, विटामिन सी लेने से आप सर्दी से पूरी तरह बच नहीं सकते।
हालांकि, कुछ अध्ययन यह भी दर्शाते हैं कि विटामिन सी लेने से सर्दी के लक्षणों की अवधि थोड़ी कम हो सकती है। वयस्कों में औसतन यह कमी लगभग 8 प्रतिशत और बच्चों में 14 प्रतिशत तक देखी गई। इसका अर्थ है कि यदि किसी वयस्क को सामान्यतः 5 दिन तक सर्दी होती है, तो विटामिन सी लेने पर यह शायद 4.5 दिन रह सकती है। फर्क है, लेकिन बहुत बड़ा नहीं।
समीक्षा में यह भी पाया गया कि चिकित्सीय तरीकों से—यानी लक्षण दिखाई देने के बाद विटामिन सी लेने—का कोई स्थायी लाभ नहीं होता। इसका मतलब है कि सर्दी शुरू होने के बाद सप्लीमेंट्स लेने से जल्दी ठीक होने की संभावना बहुत कम होती है।
अन्य शोधों में भी यही पाया गया है कि नियमित रूप से विटामिन सी लेने से सर्दी जुकाम के गंभीर लक्षणों में थोड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन यह असर सीमित और हल्का रहता है।
विटामिन सी हमारे शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्व है और रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। लेकिन कोक्रेन जैसे विश्वसनीय अध्ययन दर्शाते हैं कि केवल सप्लीमेंट्स पर निर्भर रहना सर्दी से बचने का कोई जादुई तरीका नहीं है। सर्दी से बचाव के लिए संतुलित आहार, पर्याप्त नींद, हाथों की सफाई और व्यायाम अधिक प्रभावी उपाय हैं।