क्या मखाना मोटापा घटाने में सहायक है? जानें कैसे करता है वजन कम
सारांश
Key Takeaways
- मखाना वजन घटाने में सहायक है।
- यह फाइबर
- मखाने में कैल्शियम और मैग्नीशियम होते हैं।
- यह रक्त शर्करा को स्थिर रखता है।
- मखाना हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मददगार है।
नई दिल्ली, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। वर्तमान जीवनशैली के कारण अनेक व्यक्तियों में मोटापे की समस्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में लोग अपने आहार में ऐसे पोषक तत्वों को शामिल करना चाहते हैं जो हल्के हों और शरीर को आवश्यक ऊर्जा भी प्रदान करें। इस संदर्भ में मखाना एक उत्कृष्ट विकल्प साबित होता है। यह न केवल वजन कम करने में सहायक है, बल्कि यह शरीर की कई अन्य समस्याओं का समाधान भी कर सकता है।
विशेष रूप से, आयुर्वेद में मखाने को त्रिदोष नाशक बताया गया है, यानी यह वात, पित्त और कफ को संतुलित करने में मदद करता है।
आयुर्वेद के अनुसार, मखाना पोषणफाइबर
विज्ञान ने भी इस बात की पुष्टि की है कि मखाना एक लो-कैलोरी और उच्च प्रोटीन युक्त नाश्ता है, जो वजन कम करने वालों के लिए अत्यंत लाभकारी हो सकता है। इसमें वसा की मात्रा बहुत कम होती है, लेकिन फाइबर की मात्रा पर्याप्त होती है। वैज्ञानिकों के अनुसार, मखाने में कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में होते हैं। इन पोषक तत्वों के कारण यह न केवल हल्का और पचाने में आसान है, बल्कि शरीर के मेटाबॉलिज्म को भी तेज करता है।
मखाना वजन घटाने की प्रक्रिया में कई प्रकार से सहायता करता है। इसमें मौजूद फाइबर पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती और कैलोरी का सेवन कम हो जाता है। मखाने का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, यानी यह धीरे-धीरे ऊर्जा प्रदान करता है और रक्त शर्करा को अचानक बढ़ने नहीं देता। जब रक्त शर्करा स्थिर रहता है, तो शरीर में इंसुलिन का उतार-चढ़ाव कम होता है, जिससे चर्बी जमा होने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
मखाने में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में सूजन को कम करते हैं, क्योंकि कई बार वजन बढ़ने का कारण क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन भी होता है। सूजन कम होने पर मेटाबॉलिज्म बेहतर ढंग से कार्य करता है, जिससे चर्बी जलाना आसान हो जाता है।
वजन घटाने के अलावा, मखाना कई बीमारियों में भी राहत प्रदान करता है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम दिल की सेहत को मजबूत बनाता है और रक्तचाप को नियंत्रित करता है। इसका एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाता है, जिससे उम्र बढ़ने के लक्षण देर से दिखाई देते हैं। मखाना डायबिटीज के रोगियों के लिए भी फायदेमंद है, क्योंकि यह रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर रखता है। आयुर्वेद के अनुसार, यह गुर्दे को मजबूत करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। इसके अलावा, यह महिलाओं में हार्मोनल संतुलन बनाए रखने और गर्भवती महिलाओं के लिए ऊर्जा का अच्छा स्रोत माना जाता है।