क्या मुनक्का में छिपा है सौंदर्य का खजाना?

सारांश
Key Takeaways
- मुनक्का से त्वचा में निखार आता है।
- यह खून की कमी में फायदेमंद है।
- एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर है।
- हड्डियों और दांतों के लिए लाभकारी है।
- उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मददगार है।
नई दिल्ली, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मुनक्का, जो आकार में छोटी होती है, के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। सोशल मीडिया और घरेलू उपचारों में यह बताया गया है कि इसे भिगोकर सेवन करने से त्वचा में निखार आता है, खून की कमी दूर होती है और शरीर को ताकत मिलती है।
उसे काली किशमिश भी कहा जाता है, जो सूखे हुए अंगूर का एक प्रकार है। मुनक्का में विटामिन, फाइबर, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो बीमारियों से लड़ने में सहायक होते हैं।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित (फरवरी, 2022) एक रिपोर्ट के अनुसार, किशमिश (मुनक्का) में लिपिड (वसा) कम करने और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो त्वचा के स्वास्थ्य को सुधारने, रंगत को निखारने और उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
यदि आपके शरीर में खून की कमी है, तो एक गिलास पानी में 8-10 मुनक्के भिगोकर सुबह उस पानी का सेवन करने से हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है। यह विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों के लिए लाभकारी है, जिन्हें अक्सर खून की कमी की समस्या होती है।
एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन-सी से भरपूर मुनक्का रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है। यह सर्दी-जुकाम और अन्य संक्रमणों से लड़ने में सहायक होता है।
इसमें मौजूद कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज मुनक्का को हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं, इसका सेवन थकान और कमजोरी से राहत दिलाने में भी उपयोगी है।
चरक संहिता के अनुसार, इसमें आयरन और विटामिन-बी की अच्छी मात्रा होती है, जो त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद आयरन बाल
उच्च रक्तचाप के मरीजों के लिए भी पानी में मुनक्का उबालकर इसका सेवन करना फायदेमंद माना जाता है। यह बीपी को नियंत्रित करने में मदद करता है। सर्दियों में इस पानी का सेवन करने से लंग्स को मजबूती मिलती है और श्वास संबंधी समस्याएं कम होती हैं। इसे पीने से शरीर में वात और पित्त का संतुलन बनाए रखा जा सकता है।