क्या पैरासिटामोल से भी तेज असर करती है ये देसी जड़ी-बूटी?

सारांश
Key Takeaways
- नारी दमदमी बुखार में राहत देती है।
- इसका सेवन सात दिन से अधिक नहीं करना चाहिए।
- घी का सेवन आवश्यक है।
- यह शरीर को डिटॉक्स करती है।
- विशेषज्ञ की सलाह जरूरी है।
नई दिल्ली, १० अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटियां मौजूद हैं जो सामान्य दवाओं की तुलना में अधिक प्रभावी होती हैं। इनमें से एक अद्भुत औषधि है नारी दमदमी। इसे बुखार, विशेष रूप से चिकनगुनिया जैसे तेज बुखार में बेहद प्रभावशाली माना गया है। उपयोगकर्ताओं के अनुसार, यह पैरासिटामोल जैसी दवा से भी तेज असर करती है और शरीर को त्वरित राहत प्रदान करती है।
नारी दमदमी एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो गांवों और खेतों के किनारे आसानी से मिलती है। इसका उपयोग करने की पारंपरिक विधि बहुत सरल है। इसके लिए ५ ग्राम ताजा जड़ सहित पूरा पौधा लें और उसे थोड़ा कूट लें। अब इसमें ३ काली मिर्च मिलाकर चार कप पानी में डालें और धीमी आंच पर उबालें। जब पानी उबलकर एक कप रह जाए, तब उसे छान लें। यह काढ़ा सुबह खाली पेट पीने से बुखार तेजी से उतरता है और शरीर को ताकत भी मिलती है।
इस औषधि का सेवन लगातार सात दिन से अधिक नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसका प्रभाव बहुत तेज होता है। सात दिन की खुराक आमतौर पर शरीर को पूरी तरह ठीक करने के लिए पर्याप्त मानी जाती है। नारी दमदमी बुखार के साथ आने वाले दर्द, कमजोरी, जोड़ों में सूजन और थकान को भी कम करती है। विशेषकर चिकनगुनिया जैसे बुखार में, जब जोड़ों में दर्द असहनीय हो जाता है, तब यह जड़ी-बूटी बहुत राहत देती है।
इस औषधि का सेवन करते समय एक बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए। घी का सेवन अधिक करें। आयुर्वेद के अनुसार, नारी दमदमी शरीर में उष्णता (गर्मी) बढ़ाती है, इसलिए घी उस गर्मी को संतुलित करने में मदद करता है और औषधि के प्रभाव को सही दिशा में संचालित करता है। साथ ही, घी शरीर की शक्ति और स्निग्धता (लुब्रिकेशन) बनाए रखता है, जिससे बुखार के बाद कमजोरी नहीं होती।
नारी दमदमी सिर्फ बुखार में ही नहीं, बल्कि शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों को भी बाहर निकालती है। यह शरीर को डिटॉक्स करती है, पाचन सुधारती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाती है। यही कारण है कि इसे अचूक आयुर्वेदिक औषधि कहा गया है।
हालांकि यह पूरी तरह प्राकृतिक दवा है, फिर भी इसका सेवन किसी आयुर्वेद विशेषज्ञ या वैद्य की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।