क्या नीम के इतने फायदे जानने के बाद आप इसका उपयोग नहीं करेंगे?
सारांश
Key Takeaways
- नीम एक प्राकृतिक औषधि है।
- यह त्वचा और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
- नीम का काढ़ा और पेस्ट आसानी से बनाए जा सकते हैं।
- नीम का जूस सुबह खाली पेट लेना फायदेमंद है।
- नीम से मच्छरों और कीड़ों को दूर रखा जा सकता है।
नई दिल्ली, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नीम के पत्ते हमें आसानी से मिल जाते हैं, लेकिन उनके गुणों को अक्सर हम अनदेखा कर देते हैं, केवल इसलिए कि उनका स्वाद कड़वा होता है। जबकि सच्चाई यह है कि नीम एक प्राकृतिक औषधि है, जो सदियों से आयुर्वेद में उपयोग होती रही है। यह शरीर को साफ रखने, त्वचा की समस्याएं कम करने और स्वास्थ्य का समर्थन करने में मदद कर सकता है।
कई लोग नियमित रूप से नीम चबाने का आनंद लेते हैं और कुछ समय बाद इसका कड़वापन भी उन्हें सही लगता है। ओरल हेल्थ के लिए नीम का उपयोग परंपरागत रूप से किया जाता रहा है, क्योंकि इसमें प्राकृतिक रूप से सफाई और कीटाणुनाशक गुण पाए जाते हैं।
नीम का उपयोग काढ़ा, पेस्ट, फेसपैक, पाउडर, भाप, पानी, तेल या जूस के रूप में किया जा सकता है। नीम का काढ़ा बनाना बहुत आसान है। बस 10-12 पत्तों को पानी में उबाल लें और थोड़ा ठंडा होने पर पी लें। इसे लोग आमतौर पर शरीर की स्वच्छता, त्वचा की समस्याओं और प्रतिरोध क्षमता को बेहतर बनाने के लिए उपयोग करते हैं।
नीम का पेस्ट भी बहुत प्रसिद्ध है। ताजे पत्तों को पीसकर बना पेस्ट चेहरे, फोड़े-फुंसियों या खुजली वाली जगह पर लगाया जाता है। परंपरागत मान्यता है कि यह त्वचा को शांत करता है और उसे साफ रखता है। नीम फेसपैक का उपयोग भी लोग खासकर तब करते हैं जब त्वचा ऑयली हो या पिंपल्स की समस्या हो।
नीम के पत्तों को पानी में उबालकर तैयार किया गया नीम वॉटर भी कई घरों में इस्तेमाल होता है। इसे लोग नहाने के पानी में डालते हैं या बाल धोने के बाद उपयोग करते हैं। यह त्वचा और स्कैल्प की स्वच्छता में मदद करता है। नीम पत्तों को सुखाकर पाउडर बनाया जा सकता है, जिसे फेसपैक या हेयरपैक में मिलाया जाता है।
कुछ लोग नीम का जूस भी सुबह खाली पेट लेते हैं, जो शरीर को हल्का महसूस कराने के लिए पारंपरिक रूप से इस्तेमाल किया जाता है। इसके अतिरिक्त, सूखे नीम के पत्तों को जलाकर घर में धुआं किया जाता है, जिससे मच्छरों और कीड़ों को दूर रखने में मदद मिलती है।