क्या निर्गुण्डी आपकी त्वचा और स्वास्थ्य के लिए चमत्कारी गुण रखती है?
सारांश
Key Takeaways
- निर्गुण्डी में कई औषधीय गुण हैं।
- यह मासिक धर्म में मदद करता है।
- यह घावों और सूजन को कम करता है।
- कान बहने की समस्या में लाभकारी है।
- चेहरे की सुंदरता बढ़ाने में सहायक है।
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। आयुर्वेद में कई औषधियों का वर्णन किया गया है, जिनमें से कई लोग अनजान हैं। निर्गुण्डी एक अद्भुत पौधा है, जिसका उपयोग सिर से लेकर पांव तक की समस्याओं के समाधान में किया जा सकता है।
निर्गुण्डी को विभिन्न स्थानों पर विभिन्न नामों से जाना जाता है, जैसे निसींदा, शिवरी, इन्द्राणी, और सम्भालू। इसका वैज्ञानिक नाम विटेक्स नेगुंडो है। इसमें दो प्रकार की प्रजातियाँ होती हैं, एक में सफेद और दूसरी में पीले फूल होते हैं। यह पौधा मुख्यतः हिमालय क्षेत्रों में पाया जाता है, जहाँ यह ठंडे वातावरण में पनपता है।
निर्गुण्डी में कई औषधीय गुण होते हैं, जैसे सूजन-रोधी, वात-कफ नाशक, दर्द निवारक, विषनाशक और कृमिनाशक। यह मासिक धर्म में मदद करता है, भूख बढ़ाता है, श्वसन संबंधी समस्याओं में राहत देता है और पेट की बीमारियों को ठीक करता है। इसके अलावा, यह लीवर को स्वस्थ रखता है, घावों और सूजन को कम करता है, और सिरदर्द और बुखार जैसी समस्याओं में आराम देता है।
यदि आपको सिरदर्द की समस्या है, तो आप निर्गुण्डी के पत्तों को पीसकर लेप बना सकते हैं या बाजार में मिलने वाले चूर्ण का सेवन कर सकते हैं। कान बहने की समस्या में, निर्गुण्डी के तेल की कुछ बूंदें कान में डालने से लाभ होता है।
आप बाजार में निर्गुण्डी का तेल आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। अगर आपके मुंह, जीभ या होठों पर छाले हैं, तो निर्गुण्डी का तेल लगाने से राहत मिलती है। इसके अलावा, चेहरे पर धब्बे और झाईयों को कम करने के लिए, इसके पत्तों का लेप बनाया जा सकता है।