क्या खट्टी डकारें पाचन तंत्र की गड़बड़ी का संकेत हैं? आयुर्वेदिक उपायों से पाएं राहत
सारांश
Key Takeaways
- खट्टी डकारें पाचन तंत्र की गड़बड़ी का संकेत हो सकती हैं।
- आयुर्वेद में सौंफ और शहद जैसे सरल उपाय हैं।
- वज्रासन का अभ्यास पाचन को सुधारता है।
- यदि समस्या बढ़ती है, तो डॉक्टर से सलाह लें।
- स्वस्थ खान-पान और नियमित दिनचर्या से सुधार संभव है।
नई दिल्ली, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। असामान्य दिनचर्या और गलत खान-पान कई शारीरिक और मानसिक समस्याओं का कारण बन सकते हैं। वर्तमान में खट्टी डकारें एक सामान्य समस्या बन गई हैं। ये खट्टी डकारें केवल असुविधा नहीं, बल्कि पेट में अतिरिक्त अम्लता और पाचन तंत्र की गड़बड़ी का संकेत हैं। आयुर्वेद इस समस्या के लिए सरल समाधान प्रदान करता है।
जब पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड की अधिकता होती है या भोजन का पाचन देर से होता है, तो एसिड ऊपर की ओर आता है और खट्टी डकारें उत्पन्न होती हैं। इसके पीछे के कारणों में भारी भोजन, रात को देर से खाना, जल्दी-जल्दी खाना, अत्यधिक मसालेदार या खट्टी चीजें, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, तनाव, असामान्य नींद, और भोजन के बाद तुरंत लेटना शामिल हैं। ये सभी कारण पेट का पीएच असंतुलित करते हैं, जिससे गैस का निर्माण होता है।
इस समस्या से राहत पाने के लिए आयुर्वेदिक उपायों को अपनाना सरल है। इसके लिए भोजन के बाद सौंफ चबाना या मीठी सौंफ और मिश्री के चूर्ण का सेवन करना लाभकारी है। सौंफ में एनेथोल होता है, जो गैस और एसिड को कम करता है। गुनगुने पानी में आधा चम्मच शहद मिलाकर पीना भी फायदेमंद है। सुबह खाली पेट नारियल पानी पीने से प्राकृतिक रूप से एसिड नियंत्रित होता है और खट्टी डकार की समस्या समाप्त रहती है। पके केले का सेवन करें, क्योंकि इसमें पेक्टिन अम्ल को सोखने की क्षमता होती है। इसके अतिरिक्त, अजवाइन, काला नमक, और सूखा नींबू छिलका चूर्ण भोजन के बाद लेना चाहिए।
सूखे अदरक (सोंठ) को शहद के साथ या धनिया बीज का पानी पीने से फायदा होता है। खीरे का रस भी ठंडक प्रदान करता है। राहत के लिए भूने जीरे का पानी भी लाभकारी होता है। खट्टी डकार से छुटकारा पाने के लिए भोजन के बाद 10 से 15 मिनट वज्रासन का पालन करें। यह पाचन को बढ़ाता है और एसिड के ऊपर आने से रोकता है। अपने आहार में सुबह गुनगुना पानी-शहद और हल्का भोजन शामिल करें, गैस वाले पदार्थों से बचें, रात का खाना जल्दी खाएं, और हर भोजन के बाद थोड़ा चलें।
यदि समस्या बढ़ जाए, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।