क्या वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजिटल टूल्स के उपयोग पर चर्चा की?

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क्या वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजिटल टूल्स के उपयोग पर चर्चा की?

सारांश

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजिटल टूल्स के माध्यम से प्रक्रियाओं को सरल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण विचारों पर चर्चा की। ये चर्चा न केवल सरकारी कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने के लिए है, बल्कि यह भविष्य में वित्तीय प्रशासन को भी सशक्त बनाएगी।

Key Takeaways

  • डिजिटल टूल्स का प्रयोग प्रक्रियाओं को सरल बनाता है।
  • भविष्य के लिए टैक्स प्रशासन को तैयार करना आवश्यक है।
  • विभागों के बीच तालमेल से काम करने पर जोर दिया गया।
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग संस्थागत क्षमता को बढ़ा सकता है।
  • ऐतिहासिक स्थलों की संरक्षण और विकास पर ध्यान देना आवश्यक है।

नई दिल्ली, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को प्रक्रियाओं को सरल बनाने, रेगुलेटरी अनुमान, विभागों के बीच सहयोग, फंड के कुशल प्रवाह, भविष्य के लिए तैयार टैक्स प्रशासन, निरंतर विकास के लिए वित्तपोषण के तरीके और पारदर्शिता, दक्षता तथा जवाबदेही के लिए डिजिटल उपकरणों के उपयोग पर विचार-विमर्श किया।

सीतारमण ने कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा के साथ मिलकर कर्नाटक के विजयनगर जिले के हम्पी में वित्त मंत्रालय और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के चिंतन शिविर की अध्यक्षता की।

इस बैठक में वित्त मंत्रालय और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के सभी सचिव, सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) और सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स (सीबीआईसी) के अध्यक्ष और भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार भी उपस्थित थे। इसके साथ ही वित्त मंत्रालय और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे।

'एआई, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और विकसित भारत के लिए वित्तपोषण' पर एक सत्र में, चर्चा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, टेक्नोलॉजी-इनेबल्ड सिस्टम और प्रक्रिया सुधारों के माध्यम से संस्थागत क्षमता और नीति निर्माण को मजबूत करने पर केंद्रित थी, ताकि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बेहतर बनाया जा सके।

सीतारमण ने विजयनगर क्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व पर भी चर्चा की, यह बताते हुए कि यह केवल 500 वर्ष पहले अपने चरम पर एक भारतीय साम्राज्य के सबसे निकटतम उदाहरणों में से एक है, जिसकी छाप उपमहाद्वीप के बड़े हिस्सों में देखी जाती है।

उन्होंने उसी जिले के विरोधाभास पर भी ध्यान आकर्षित किया, जहां भव्य स्मारक सूखे से प्रभावित क्षेत्रों के साथ स्थित हैं, जहां कम कृषि उत्पादकता और मानव-पशु संघर्ष है, जो आज के विकास संबंधी वास्तविकताओं से जुड़ने की आवश्यकता को उजागर करता है।

इससे पहले दिन में, सीतारमण ने कर्नाटक के सरकारी स्कूलों में पांच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एसटीईएम और रोबोटिक्स लैब विकसित करने के लिए एक कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया।

मंत्री ने साइएंट एआई लैब्स - 'विजआईपथा' का उद्घाटन किया, जो कर्नाटक के हम्पी में होसपेटे तालुक के सरकारी स्कूलों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एसटीईएम और रोबोटिक्स शिक्षा तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाने के लिए एक सीएसआर-नेतृत्व वाली राष्ट्रीय पहल है।

Point of View

बल्कि देश के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। डिजिटल टूल्स के इस्तेमाल से प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और दक्षता आ सकती है, जो अंततः नागरिकों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।
NationPress
20/12/2025

Frequently Asked Questions

केंद्रीय वित्त मंत्री ने किस विषय पर चर्चा की?
उन्होंने प्रक्रियाओं को सरल बनाने और डिजिटल टूल्स के इस्तेमाल पर चर्चा की।
यह बैठक कहाँ आयोजित की गई थी?
यह बैठक कर्नाटक के विजयनगर जिले के हम्पी में आयोजित की गई थी।
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