क्या पटना एम्स में विधायक चेतन आनंद के खिलाफ डॉक्टरों का प्रदर्शन सेवाएं ठप कर देगा?

Click to start listening
क्या पटना एम्स में विधायक चेतन आनंद के खिलाफ डॉक्टरों का प्रदर्शन सेवाएं ठप कर देगा?

सारांश

पटना में डॉक्टरों ने विधायक चेतन आनंद के खिलाफ हड़ताल शुरू की है, जिसके चलते अस्पताल की सेवाएं ठप हो गई हैं। यह विवाद बढ़ता जा रहा है, जिससे हजारों मरीज प्रभावित हो रहे हैं। जानें क्या है पूरा मामला।

Key Takeaways

  • पटना एम्स में रेजिडेंट डॉक्टरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है।
  • विधायक चेतन आनंद पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
  • हड़ताल के कारण अस्पताल की सभी सेवाएं ठप हो गई हैं।
  • डॉक्टरों ने अपने सुरक्षा के लिए कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
  • इस स्थिति का खामियाजा हजारों मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।

पटना, 1 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पटना एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने शुक्रवार को शिवहर विधायक चेतन आनंद पर मारपीट और धमकी देने का आरोप लगाते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत की। इस हड़ताल के चलते अस्पताल की सभी सेवाएं ठप हो गई हैं, जिससे मरीजों और उनके परिवार वालों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ओपीडी और आपातकालीन सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं।

रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के अनुसार, विधायक ने गुरुवार सुबह लगभग 12.15 बजे एक मरीज के इलाज से संबंधित विवाद के दौरान अस्पताल के कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया और एक रेजिडेंट डॉक्टर को जान से मारने की धमकी दी। डॉक्टरों ने यह भी आरोप लगाया कि सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया गया और विधायक ने अस्पताल के कर्मचारियों को डराने के लिए अपने राजनीतिक प्रभाव का गलत इस्तेमाल किया।

इस विरोध में रेजिडेंट डॉक्टरों ने सभी चिकित्सा सेवाएं बंद कर दीं और चेतन आनंद के खिलाफ तुरंत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।

पटना एम्स के आरडीए प्रवक्ता ने कहा, "हम असुरक्षित और अपमानित महसूस कर रहे हैं। जवाबदेही सुनिश्चित करने का एकमात्र रास्ता कानूनी कार्रवाई है।"

वहीं, विधायक चेतन आनंद ने फुलवारी शरीफ पुलिस स्टेशन में एक जवाबी शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने एम्स के कर्मचारियों पर उनके साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करने का आरोप लगाया। आनंद का कहना है कि वह एक मरीज के इलाज में सहायता के लिए अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन अस्पताल के कर्मचारियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।

दोनों पक्षों के बयानों में अड़ने के कारण मामला पूरी तरह से गतिरोध में बदल गया है। इस बीच, हजारों मरीजों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है, क्योंकि आपातकालीन और बाह्य रोगी सेवाएं निलंबित हैं।

अस्पताल के कर्मचारियों और डॉक्टरों का कहना है कि जब तक विधायक के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई नहीं की जाती, वे काम पर लौटने को तैयार नहीं हैं। एक वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टर ने कहा कि यह केवल एक डॉक्टर की बात नहीं है। यह सभी चिकित्सा पेशेवरों की गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित करने का सवाल है।

अभी तक, अस्पताल प्रशासन या राज्य सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

फुलवारी शरीफ पुलिस स्टेशन के एसएचओ ने यह पुष्टि की है कि दोनों पक्षों की ओर से शिकायतें दर्ज की गई हैं और मामले की जांच चल रही है।

हालांकि, सूत्रों ने बताया कि पटना पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी दोनों पक्षों के संपर्क में हैं और स्थिति को शांत करने के प्रयास में लगे हुए हैं।

-राष्ट्र प्रेस

पीएसके

Point of View

जहां एक ओर विधायक और दूसरी ओर डॉक्टरों के बीच आरोप-प्रत्यारोप चल रहे हैं। यह महत्वपूर्ण है कि दोनों पक्षों के बयानों की गहनता से जांच की जाए ताकि सत्यता सामने आ सके। अस्पताल में चिकित्सा सेवाओं का ठप होना गंभीर चिंता का विषय है, जो हजारों मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है।
NationPress
02/08/2025

Frequently Asked Questions

पटना एम्स में क्या हुआ?
पटना एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों ने विधायक चेतन आनंद पर मारपीट और धमकी देने का आरोप लगाते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है।
इस हड़ताल के कारण क्या सेवाएं प्रभावित हुई हैं?
हड़ताल के चलते ओपीडी और आपातकालीन सेवाएं बंद कर दी गई हैं, जिससे मरीजों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
विधायक चेतन आनंद ने क्या आरोप लगाए हैं?
विधायक ने अस्पताल कर्मचारियों पर उनके साथ दुर्व्यवहार और मारपीट का आरोप लगाया है।
डॉक्टरों की मांग क्या है?
डॉक्टरों ने चेतन आनंद के खिलाफ तत्काल प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है।
क्या अस्पताल प्रशासन ने कोई बयान दिया है?
अभी तक अस्पताल प्रशासन या राज्य सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।