क्या सर्दियों में पैदल चलना शरीर के लिए फायदेमंद है? जानें सही समय
सारांश
Key Takeaways
- सुबह की सैर शरीर को ऊर्जा देती है।
- खाने के बाद चलना पाचन में मदद करता है।
- रात में हल्की सैर से नींद में सुधार होता है।
- सर्दियों में पैदल चलना वात और कफ को संतुलित करता है।
- दिन में तीन बार चलना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
नई दिल्ली, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। वर्तमान जीवनशैली तकनीकी उपकरणों पर निर्भर होती जा रही है। कंप्यूटर और गैजेट्स की वजह से लोग कुर्सी या बिस्तर से हिलते नहीं हैं, जिससे शारीरिक गतिविधियों में कमी आ रही है।
शारीरिक गतिविधियों की कमी से हमारा शरीर बीमारियों का शिकार बनता जा रहा है। स्वस्थ जीवन के लिए व्यायाम, पौष्टिक आहार और पैदल चलना अत्यंत आवश्यक हैं। आज हम आपको बताएंगे कि पैदल चलने के क्या-क्या लाभ हैं, जो किसी सप्लीमेंट की तुलना में अधिक प्रभावी हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, पैदल चलना वात को संतुलित करने में मदद करता है। सर्दियों में मौसम के बदलाव के कारण वात और कफ दोनों बढ़ जाते हैं, इसलिए इस मौसम में पैदल चलना अत्यंत महत्वपूर्ण है। पैदल चलने से हृदय और पाचन शक्ति मजबूत होती है, नींद में सुधार होता है, और शरीर में ऊर्जा का प्रवाह दुरुस्त रहता है। इसलिए खाने के बाद हमेशा 500 कदम चलने की सलाह दी जाती है। लेकिन, केवल खाने के बाद चलना ही नहीं, दिन के तीन समय पर पैदल चलना शरीर के लिए औषधि के समान है।
सुबह की सैर शरीर के लिए ऊर्जा का महत्वपूर्ण स्रोत होती है। सुबह के समय तेज़ चलने से शरीर को अधिक ऑक्सीजन मिलती है, मेटाबॉलिज्म बढ़ता है, और तनाव कम होता है। सुबह कम से कम 30 मिनट की तेज़ सैर करें और हाथों को फैलाकर गहरी साँस लें। दोपहर में खाने के बाद भी वॉक करना आवश्यक है। खाने के बाद लोग आलस्य के कारण बिस्तर में लेट जाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। इससे मोटापा तेजी से बढ़ता है। खाने के 20 मिनट बाद वॉक करना लाभकारी होता है, जिससे गैस बनने की समस्या नहीं होती, पाचन ठीक रहता है, ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है और नींद में सुधार होता है।
रात को खाने के बाद हल्की सैर लेना भी आवश्यक है, लेकिन ध्यान रखें कि रात के समय तेज़ नहीं चलना चाहिए। इससे शरीर सक्रिय हो जाता है और मस्तिष्क नींद लाने वाले हार्मोन नहीं बना पाता। इसलिए हल्के कदमों से चलें। इससे पाचन सही रहेगा और खाना शरीर को पोषण प्रदान करेगा।