क्या सर्दियों में शकरकंद जरूरी है? जानिए इसके स्वास्थ्य लाभ
सारांश
Key Takeaways
- शकरकंद इम्यूनिटी बढ़ाता है।
- पाचन में सुधार करता है।
- वजन कम करने में सहायक है।
- दिल की सेहत में सुधार लाता है।
- त्वचा व बालों के लिए फायदेमंद है।
नई दिल्ली, २४ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। सर्दियों का मौसम आते ही ठेले पर भुनी हुई शकरकंद की महक हर किसी का ध्यान खींच लेती है। यह मीठी शकरकंद न केवल स्वाद में अद्भुत होती है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए एक अमूल्य खजाना भी है।
आयुर्वेद के अनुसार, शकरकंद को पृथ्वी और जल तत्व से निर्मित आहार कहा जाता है, जिसका मतलब है कि यह शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है, पेट को शांत रखती है और सर्दी में शरीर को गर्मी देती है। विज्ञान भी इसे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी मानता है, क्योंकि इसमें कई तत्व होते हैं जो रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते हैं, दिल को स्वस्थ रखते हैं और पाचन को सुधारते हैं।
शकरकंद में विटामिन ए, विटामिन सी, आयरन, कैल्शियम, पोटैशियम और फाइबर भरपूर मात्रा में होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, यह वात और कफ दोष को संतुलित करती है। यह जोड़ों के दर्द, कब्ज और सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करती है। विज्ञान की दृष्टि से, इसमें मौजूद बीटा-कैरोटीन आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद है। नियमित सेवन से यह त्वचा को निखारती है, बालों को मजबूत बनाती है और थकान को कम करती है।
जब हम अपने आहार में शकरकंद को शामिल करते हैं, तो हमारी इम्यूनिटी यानी रोगों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि होती है। इसमें मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर की गंदगी को बाहर निकालते हैं। इसीलिए जो लोग नियमित रूप से शकरकंद का सेवन करते हैं, उन्हें बार-बार सर्दी-जुकाम या संक्रमण से ग्रस्त नहीं होते। आयुर्वेद भी इसे शरीर में ऊर्जा और रोग-प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने वाला मानता है।
यदि किसी को पेट संबंधी समस्याएं हैं, जैसे कब्ज या गैस, तो शकरकंद उनके लिए फायदेमंद साबित होती है। इसमें मौजूद फाइबर आंतों की सफाई करता है और पाचन को सुधारता है। बच्चे और बुजुर्ग दोनों इसे आसानी से पचा सकते हैं, क्योंकि यह हल्की और नरम होती है।
जो लोग वजन कम करना चाहते हैं, उनके लिए शकरकंद किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक और कैलोरी कम होती है, जिससे पेट जल्दी भर जाता है और बार-बार खाने की आवश्यकता नहीं होती। यह ब्लड शुगर को भी नियंत्रित करती है, क्योंकि इसमें मौजूद स्टार्च धीरे-धीरे पचता है। इस कारण यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी एक अच्छा विकल्प है।
दिल के लिए भी शकरकंद बहुत अच्छी मानी जाती है। पोटैशियम रक्तचाप को संतुलित रखता है और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। यदि आप रोज थोड़ा-सा शकरकंद खाते हैं, तो यह आपके दिल की मांसपेशियों को मजबूत बनाती है और रक्त संचार को बेहतर करती है। आयुर्वेद में भी इसे हृदय के लिए ताकत देने वाला आहार माना गया है।
त्वचा और बालों के लिए भी यह एक प्राकृतिक बूस्टर के रूप में कार्य करती है। विटामिन ए और विटामिन सी त्वचा को निखारते हैं और झुर्रियों को दूर रखते हैं। बालों की जड़ें भी इससे मजबूत होती हैं क्योंकि यह सिर की त्वचा तक पोषण पहुंचाती है।