क्या चुटकी भर सेंधा नमक कई परेशानियों से छुटकारा दिला सकता है?
सारांश
Key Takeaways
- सेंधा नमक पाचन में सुधार करता है।
- यह जुकाम और सूजन में राहत देता है।
- दांतों की समस्याओं में मदद करता है।
- गर्भवती महिलाओं को नहीं लेना चाहिए।
- बीपी के मरीज सीमित मात्रा में ले सकते हैं।
नई दिल्ली, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिना नमक का खाना अक्सर बेस्वाद लगता है। चाहे सब्जियाँ हों या किसी भी प्रकार की चटपटी चीज़, नमक का होना अनिवार्य है। अधिकांश घरों में बाजार में मिलने वाला आयोडीन नमक प्रयोग किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्राकृतिक रूप से मिलने वाला सेंधा नमक या रॉक सॉल्ट अनेक खनिजों और लवणों से भरपूर होता है, जो शरीर को असंख्य लाभ प्रदान करता है।
सेंधा नमक या रॉक सॉल्ट प्रकृति की अनमोल देन है। इसका स्वाद आयोडीन नमक की तुलना में कम नमकीन होता है। यह हल्का गुलाबी या कभी-कभी सफेद रंग में भी होता है। इसमें सोडियम, क्लोराइड, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, ब्रोमाइन और फ्लोराइन जैसे खनिज होते हैं जो शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं। आज हम आपको सेंधा नमक के फायदों के बारे में बताएंगे।
सेंधा नमक का सेवन करने से पाचन समस्याएँ दूर होती हैं। जब खाना ठीक से नहीं पचता है या पाचन अग्नि कमजोर होती है, तो सेंधा नमक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पाचन रस के निर्माण में सहायता करता है, जिससे भोजन पेट में सड़ता नहीं है, बल्कि अच्छे से पच जाता है।
सर्दी के कारण होने वाले जुकाम और खांसी में भी सेंधा नमक लाभकारी होता है। यह अंदर जमा कफ को तोड़ता है और जुकाम में राहत देता है। इसके लिए सेंधा नमक को हल्दी या अदरक के साथ लिया जा सकता है।
इसके अलावा, शरीर के किसी भी हिस्से में होने वाली सूजन से भी सेंधा नमक आराम देता है। इसका सेवन आंतरिक सूजन को कम करने में मदद करता है और बाहरी सूजन के लिए इसे सेंधा नमक के पानी के साथ सेंकने की सलाह दी जाती है।
उच्च रक्तचाप से पीड़ित मरीज भी सीमित मात्रा में सेंधा नमक का सेवन कर सकते हैं। यदि इसे सीमित मात्रा में लिया जाए, तो यह बीपी और रक्त संचार को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है। यदि रक्त संचार सही ढंग से होता है, तो दिल की उम्र बढ़ती है।
सेंधा नमक का उपयोग दांतों से संबंधित समस्याओं में भी किया जाता है। यदि मसूड़ों में सूजन है, खून आता है या दांत कमजोर हैं, तो हल्दी, सरसों के तेल और सेंधा नमक के मिश्रण से मसूड़ों की मालिश करें। इससे सूजन कम होगी और खून भी नहीं आएगा।
अब जानते हैं कि किन लोगों को सेंधा नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं, थायरायड के मरीजों और किडनी से ग्रस्त मरीजों को सेंधा नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। सेंधा नमक में सोडियम की मात्रा अधिक होती है और आयोडीन कम। गर्भवती महिलाओं और थायरायड के मरीजों के लिए आयोडीन आवश्यक है, जबकि किडनी की बीमारी से ग्रस्त मरीजों को सोडियम से बचना चाहिए।