क्या बार-बार मुंह में होने वाले छाले शरीर में पित्त बढ़ने का संकेत हैं?
सारांश
Key Takeaways
- मुंह के छाले सामान्य नहीं होते, ये पाचन संबंधी समस्याओं का संकेत हो सकते हैं।
- आयुर्वेदिक उपचार जैसे मुलेठी और त्रिफला का सेवन करें।
- गर्म और मसालेदार भोजन से परहेज करें।
- नारियल पानी पाचन शक्ति को बढ़ाता है।
- अगर समस्या बढ़ती है, तो डॉक्टर से अवश्य मिलें।
नई दिल्ली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुंह में होने वाले छालों को अक्सर साधारण समझकर अनदेखा कर दिया जाता है, क्योंकि यह धारणा है कि पेट की गर्मी से मुंह में छाले उत्पन्न होते हैं, लेकिन यह पूरी तरह से सच नहीं है।
मुंह के छालों के कई कारण होते हैं, जो अधिक बढ़ने पर तकलीफ पैदा करते हैं। जलन और दर्द के कारण खाना-पीना मुश्किल हो जाता है और कई बार बोलने में भी दिक्कत होती है। आज हम मुंह के छालों के कारणों और उपचारों के बारे में चर्चा करेंगे।
बार-बार मुंह में होने वाले छाले सामान्य नहीं हैं, क्योंकि यह खराब पाचन का संकेत हो सकते हैं। खराब पाचन पेट के साथ-साथ मुंह, आंत, लिवर समेत कई अंगों को प्रभावित करता है। आयुर्वेद के अनुसार, मुंह के छालों को पित्त से जोड़ा गया है। शरीर में पित्त बढ़ने से छाले होते हैं और यदि स्थिति गंभीर हो जाती है, तो ये छाले श्वास नली तक पहुंच सकते हैं और पेट में अल्सर की समस्या भी उत्पन्न कर सकते हैं। इसके अलावा, पेट की गर्मी, विटामिन B12 की कमी, कब्ज, अधिक मसालेदार भोजन और मुंह में संक्रमण भी छालों का कारण बन सकते हैं।
मुंह के छालों से निपटने के लिए आयुर्वेद में कई उपाय बताए गए हैं। पहला, मुलेठी पाउडर और शहद का सेवन करना। दिन में दो बार मुलेठी पाउडर और शहद का सेवन करने से पेट ठंडा रहता है।
दूसरा, त्रिफला चूर्ण। त्रिफला चूर्ण को रात के समय गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए। इससे पेट की गर्मी कम होती है और कब्ज से राहत मिलती है। यदि पेट साफ रहेगा तो मुंह के छाले परेशान नहीं करेंगे।
तीसरा, नारियल पानी। इसकी तासीर स्वाभाविक रूप से ठंडी होती है और यह पाचन शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है। दिन में दो बार नारियल पानी का सेवन करें। यदि छाले बहुत अधिक हैं, तो रात में जीभ पर घी में मिश्री मिलाकर लगाएं। यह नुस्खा छालों की जलन को कम करने में मदद करेगा। इसके साथ, फिटकरी को पानी में घोलकर कुल्ले करें।
इससे मुंह का संक्रमण कम होगा। उपाय के साथ-साथ आहार में परहेज करना आवश्यक है। गर्म और अधिक मिर्च-मसालेदार भोजन से बचें और ठंडे व तरल पदार्थों का सेवन करें। दही, छाछ और ठंडे फलों का सेवन करें। यदि छाले 7 दिन में ठीक न हों, बार-बार हों या दर्द अधिक हो, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।