क्या सूर्योदय से पहले उठना है समस्याओं का समाधान? आयुष मंत्रालय ने बताए लाभ
सारांश
Key Takeaways
- सूर्योदय से पहले उठना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
- यह आदत मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करती है।
- ताजगी से भरी हवा में सांस लेना ऊर्जा बढ़ाता है।
- यह तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है।
- ब्रह्म मुहूर्त का समय ध्यान और योग के लिए सर्वोत्तम है।
नई दिल्ली, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। सूर्योदय से पहले उठना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। यह एक आदत कई चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करती है और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाती है। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने बताया है कि ताजगी से लेकर मानसिक शांति तक, सुबह जल्दी उठने के अनेक लाभ हैं।
आयुष मंत्रालय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा, "सूर्योदय से पहले उठने के अद्भुत लाभ प्राप्त करें, ताजगी से लेकर बेहतर स्वास्थ्य तक। इस समय अपने दिन की शुरुआत करने से जीवन में कई सकारात्मक बदलाव संभव होते हैं।"
मंत्रालय ने आगे बताया, "सुबह सूर्योदय से पहले की हवा सबसे शुद्ध और ऑक्सीजन से भरपूर होती है। इस समय वायु प्रदूषण कम होता है, जिससे फेफड़ों की सेहत में सुधार होता है। सुबह की ताजी हवा में सांस लेने से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है और दिनभर ताजगी बनी रहती है।"
आयुष मंत्रालय के अनुसार, सुबह जल्दी उठने से नींद, भोजन और व्यायाम का चक्र नियमित होता है। इससे पाचन तंत्र मजबूत होता है, वजन नियंत्रित रहता है और तनाव कम होता है। इस प्रकार दिन की शुरुआत व्यवस्थित होने से पूरा दिन ताजगी भरा बनता है।
सुबह जल्दी उठने से शरीर के हार्मोन जैसे मेलाटोनिन और कोर्टिसोल का संतुलन बना रहता है। यह नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है और थकान को दूर रखता है। यह आदत इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाती है। साथ ही, सुबह का शांत वातावरण मन को शांति प्रदान करता है। इस समय ध्यान करने से तनाव, चिंता और अवसाद में कमी आती है।
मंत्रालय का कहना है कि सुबह जल्दी उठने से मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। सूर्योदय से पहले उठने से पीनियल ग्रंथि सक्रिय होती है, जो मेलाटोनिन हार्मोन का निर्माण करती है। यह नींद को नियंत्रित करती है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करती है। इससे शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक सही रहती है। विशेषज्ञों के अनुसार, सूर्योदय से पहले का समय (ब्रह्म मुहूर्त) ध्यान, योग और पूजा के लिए सबसे उत्तम होता है। इस समय एकाग्रता बढ़ती है और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है। इससे दिन की शुरुआत सकारात्मक होती है।