क्या झूठ और पाखंड पर टिकी है भाजपा की बुनियाद? : अखिलेश यादव
 
                                सारांश
Key Takeaways
- भाजपा की बुनियाद झूठ और पाखंड पर है।
- अर्थव्यवस्था विदेशी दबावों के अधीन है।
- दक्षिण भारत में बड़ी कंपनियों का निवेश बढ़ रहा है।
- स्वास्थ्य सेवाओं में भ्रष्टाचार है।
- सामाजिक सद्भाव की आवश्यकता है।
लखनऊ, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि भाजपा असल में आरएसएस की विचारधारा से विकसित हुई है और इसके नेताओं ने गठन के समय से जनता को गुमराह किया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की बुनियाद झूठ और पाखंड पर आधारित है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब भाजपा की स्थापना हुई थी, उस समय अध्यक्षीय भाषण में यह बताया गया था कि पार्टी समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष विचारधारा का पालन करेगी या नहीं, लेकिन आज की तरह तब भी उन्होंने झूठ बोला था। उनका मार्ग न तो धर्मनिरपेक्ष है और न ही समाजवादी। वे केवल सत्ता के लिए झूठ और नफरत का सहारा लेते हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को विदेशी दबावों के अधीन कर दिया है। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि आप पूरे देश की अर्थव्यवस्था चीन को सौंप रहे हैं। हर दिन अमेरिका के राष्ट्रपति आप पर दबाव डालते हैं और आपने उनके लिए भारत का बाजार खोल दिया है। इस बीच, देश के असली मुद्दों से ध्यान भटकाया जा रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि जहां भाजपा सरकार देश की नीतियों को विदेशी कंपनियों के हवाले कर रही है, वहीं दक्षिण भारत के राज्यों जैसे आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में मेटा और गूगल जैसी बड़ी कंपनियों का निवेश तेजी से बढ़ रहा है। वे विकास कर रहे हैं जबकि हमें झूठे मुद्दों में उलझाया जा रहा है।
स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में बोलते हुए अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के सभी वरिष्ठ नेता जब अच्छे इलाज की जरूरत होती है, तो मेदांता अस्पताल जाते हैं, जिसकी स्थापना समाजवादी सरकार ने की थी। मैं उत्तर प्रदेश की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि यदि किसी गरीब परिवार का कोई सदस्य अस्पताल भेजा जाता है, तो उन्हें बिना किसी अतिरिक्त खर्च के मुफ्त और विश्वस्तरीय इलाज मिलेगा।”
पूर्व भाजपा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह के उस बयान पर कि ‘मुस्लिम महिलाओं से शादी करने वाले हिंदू युवकों को नौकरी दी जाएगी’, अखिलेश यादव ने कहा कि ये ऐसे नेता हैं जो खुद पर प्रतिबंध लगवाना चाहते हैं। ऐसे बयान समाज को बांटने और नफरत फैलाने के लिए दिए जाते हैं। भाजपा नेताओं को विकास की बात करनी चाहिए, न कि समाज में दरार पैदा करने वाली सोच को बढ़ावा देना चाहिए।
 
                     
                                             
                                             
                                             
                                             
                             
                             
                             
                            