क्या अमेरिका ने ईरान के परमाणु संस्थानों पर हमला किया है? चीन का क्या कहना है?

सारांश
Key Takeaways
- चीन ने अमेरिका के हमले की कड़ी निंदा की।
- यह हमला अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है।
- चीन ने इजरायल से युद्धविराम की अपील की है।
- मध्य-पूर्व में शांति की आवश्यकता है।
- चीन न्याय की रक्षा के लिए प्रयासरत रहेगा।
बीजिंग, 22 जून (राष्ट्र प्रेस)। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने रविवार को अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु संस्थापनों पर किए गए हमले के संदर्भ में पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया।
पत्रकार ने पूछा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह घोषणा की कि अमेरिका ने ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्फाहान में स्थित तीन नाभिकीय संस्थानों पर हमले किए हैं। इस पर चीन की प्रतिक्रिया क्या है?
प्रवक्ता ने उत्तर देते हुए कहा कि चीन इस हमले की कड़ी निंदा करता है। अमेरिका द्वारा ईरान पर किया गया यह हमला और अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) की निगरानी वाले संस्थानों पर आक्रमण, संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों तथा अंतर्राष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन है। इस कार्रवाई से मध्य-पूर्व क्षेत्र में तनाव और बढ़ा है। चीन सभी संबंधित पक्षों, विशेषकर इजरायल से युद्धविराम की अपील करता है, ताकि आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और वार्ता का रास्ता खोला जा सके।
प्रवक्ता ने कहा कि चीन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर न्याय की रक्षा करेगा और मध्य-पूर्व में शांति एवं स्थिरता स्थापित करने के प्रयास करेगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)