क्या बलूचिस्तान में 9 यात्रियों की हत्या हुई?

सारांश
Key Takeaways
- 9 यात्रियों की हत्या ने सुरक्षा स्थिति पर गंभीर प्रश्न उठाए हैं।
- अपहरण के बाद हत्या की घटना से स्थानीय समुदाय में भय का माहौल है।
- अलगाववादी बलूच उग्रवादियों का संभावित हाथ इस घटना में देखा जा रहा है।
- सरकार ने शवों को उनके घरों तक पहुंचाने का निर्णय लिया है।
- इस तरह की घटनाओं पर कड़ी नजर रखने की आवश्यकता है।
क्वेटा, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत में 9 लोगों की हत्या की गई है। हथियारबंद लोगों के एक समूह ने बसों में सवार इन यात्रियों का अपहरण किया। उसके बाद हमलावरों ने कथित तौर पर सभी 9 लोगों को गोली मार दी। यह घटना बलूचिस्तान के झोब और लोरलाई जिलों की सीमा पर स्थित सुर-दकई इलाके में हुई।
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, ये बसें पंजाब प्रांत की ओर जा रही थीं। हथियारबंद लोगों के एक समूह ने सड़क जाम कर इन बसों को रोक लिया। एन-70 राजमार्ग के पास सुर-दकई इलाके में बसों को रोका गया। हमलावरों ने कुछ यात्रियों की पहचान की और हथियार के बल पर 9 लोगों को बसों से उतार लिया। अपहरण करने के बाद, हमलावरों ने बसों को जाने दिया।
एक यात्री ने बताया, "उन्होंने 9 यात्रियों को पकड़ा था। एक बस से 7 और दूसरी बस से 2 लोगों को उतारा गया था। मुझे नहीं पता कि उन्होंने उनके साथ क्या किया, लेकिन जब हम निकल रहे थे तो गोलियों की आवाज सुनी।"
प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने बताया कि यात्रियों का गुरुवार शाम बसों से अपहरण किया गया था। एक अन्य सरकारी अधिकारी नवीद आलम ने बताया कि उनके शव रात भर पहाड़ों में गोलियों के निशान के साथ मिले।
झोब के सहायक आयुक्त नवीद आलम ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि बस से अपहृत 9 लोगों की हत्या कर दी गई है और उनके शव बरामद कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि शवों को पंजाब (पाकिस्तान) में उनके पैतृक शहरों में भेजने के लिए राखनी ले जाया जा रहा है।
किसी संगठन ने इन हत्याओं की फिलहाल जिम्मेदारी नहीं ली है। हालाँकि, इस घटना के पीछे अलगाववादी बलूच उग्रवादियों का हाथ माना जा रहा है, जिन्होंने कुछ समय पहले पूर्वी पंजाब प्रांत के लोगों की पहचान करके उन्हें निशाना बनाया था।