क्या बांग्लादेश की अवामी लीग ने चुनाव कार्यक्रम को खारिज कर दिया है?
सारांश
Key Takeaways
- अवामी लीग ने चुनाव कार्यक्रम को खारिज किया।
- मुहम्मद यूनुस की सरकार पर पक्षपाती होने का आरोप।
- 12 फरवरी को चुनाव की घोषणा।
- पार्टी ने पाबंदियों की वापसी की मांग की।
- अवामी लीग ने 13 में से 9 चुनाव जीते हैं।
ढाका, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश की अवामी लीग पार्टी ने चुनाव आयोग द्वारा घोषित चुनाव कार्यक्रम को खारिज कर दिया है। पार्टी का कहना है कि मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के तहत स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना संभव नहीं है।
चुनाव आयोग ने गुरुवार को घोषणा की थी कि देश का 13वां राष्ट्रीय संसदीय चुनाव और जुलाई चार्टर रिफरेंडम अगले वर्ष 12 फरवरी को आयोजित किया जाएगा।
अवामी लीग ने एक बयान में कहा कि उसने “ग़ैरकानूनी और पक्षपाती यूनुस गुट के अवैध चुनाव आयोग” द्वारा जारी कार्यक्रम को गहराई से देखा है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि वर्तमान अंतरिम शासन पूरी तरह पक्षपाती है और उनके नियंत्रण में पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराना संभव नहीं है।
पार्टी ने कहा कि बांग्लादेश की आज़ादी की लड़ाई का नेतृत्व करने वाली अवामी लीग, अन्य राजनीतिक दलों और जनता के एक बड़े हिस्से को चुनाव प्रक्रिया से अलग करके मतदान कराना देश को गंभीर संकट में डालने जैसा है।
इस संकट को बढ़ने से रोकने के लिए, अवामी लीग ने मांग की है कि पार्टी पर लगाई गई सभी पाबंदियों को हटा दिया जाए, पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, राजनीतिक नेताओं और अन्य लोगों के खिलाफ सभी “मनगढ़ंत केस” वापस लिए जाएं, और सभी राजनीतिक कैदियों को बिना शर्त रिहा किया जाए।
पार्टी ने यह भी कहा कि मौजूदा “धोखेबाज और कब्जा करने वाली सरकार” के स्थान पर एक निष्पक्ष कार्यवाहक सरकार का गठन किया जाए, ताकि स्वतंत्र और समावेशी चुनाव संभव हो सके।
बयान में कहा गया है कि चुनाव जनता की लोकप्रियता का आकलन करने का एक साधन होते हैं। अवामी लीग एक चुनाव-आधारित पार्टी है और उसके पास जनता के सामने खड़े होने की क्षमता और साहस है। पार्टी ने अब तक 13 में से 9 चुनाव जीते हैं। इसलिए वह ऐसे चुनाव कार्यक्रम को स्वीकार नहीं करती जिसमें जनता के बहुमत के प्रतिनिधियों को बाहर कर दिया गया हो।