क्या बांग्लादेश में शिक्षकों की नियुक्ति रद्द करने के बाद यूनुस के खिलाफ विरोध बढ़ रहा है?

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क्या बांग्लादेश में शिक्षकों की नियुक्ति रद्द करने के बाद यूनुस के खिलाफ विरोध बढ़ रहा है?

सारांश

बांग्लादेश में चुनावी हलचल और हिंसा के बीच यूनुस सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। शिक्षकों की नियुक्ति रद्द करने पर उठे विवाद ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। क्या बांग्लादेश अवामी लीग (एएल) पार्टी की योजनाएं स्थिति को नियंत्रित कर पाएंगी? जानिए इस जटिल परिदृश्य के बारे में।

Key Takeaways

  • बांग्लादेश में शिक्षकों की नियुक्ति रद्द होने से विरोध प्रदर्शन तेज हुए हैं।
  • यूनुस सरकार पर इस्लामिक समूहों के दबाव का आरोप लगाया गया है।
  • ढाका में लॉकडाउन से सुरक्षा स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की जा रही है।
  • विरोध प्रदर्शन में पुलिस की कार्रवाई भी देखी गई है।
  • राजनीतिक अस्थिरता ने बांग्लादेश की स्थिति को जटिल बना दिया है।

ढाका, 12 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में चुनावी हलचल के बीच हिंसा और विरोध प्रदर्शन लगातार जारी हैं। मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने जिन दलों के साथ मिलकर शेख हसीना सरकार का तख्तापलट किया था, आज वही दल आपस में भिड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। दूसरी ओर, बांग्लादेश अवामी लीग (एएल) पार्टी ने ढाका में लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया है, जिससे स्थिति में और भी हलचल पैदा हो गई है।

दरअसल, यूनुस सरकार ने प्राइमरी स्कूल में संगीत और पीटी के शिक्षकों की नियुक्ति की योजना को रद्द कर दिया। इस पर बांग्लादेश के कई विश्वविद्यालयों के टीचर और स्टूडेंट विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यूनुस की सरकार इस्लामिक समूहों के सामने झुक गई है, जो संगीत को गैर-इस्लामिक मानते हैं।

तख्तापलट के समय जिन दलों ने यूनुस का समर्थन किया था, आज वही उसके खिलाफ खड़े हैं। लोगों का कहना है कि यूनुस सरकार कट्टरपंथी इस्लामिक समूहों के आगे झुक गई है।

इससे पहले, देशभर में शिक्षकों ने 11वीं ग्रेड के वेतन को लेकर बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन किया। स्कूलों में पढ़ाई ठप रही और शिक्षकों का प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान बांग्लादेश की पुलिस ने प्रदर्शनकारी शिक्षकों पर लाठी-डंडे भी बरसाए।

न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की बांग्लादेश अवामी लीग (एएल) पार्टी ने गुरुवार को ढाका में लॉकडाउन की योजना बनाई है। बांग्लादेश में अधिकारियों ने संभावित विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी है।

बांग्लादेश के गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी ने मंगलवार को कहा कि अब पुलिस और सुरक्षा बल देश में अधिक गश्त कर रहे हैं। महत्वपूर्ण सरकारी भवनों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। बांग्लादेश अवामी लीग (एएल) पार्टी के कार्यक्रम को लेकर कोई आशंका नहीं है।

लॉकडाउन की खबरें ऐसे समय में आई हैं, जब बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण गुरुवार को शेख हसीना और उनके कई शीर्ष सहयोगियों के लिए फैसले की तारीख तय कर सकता है।

एएल समर्थकों ने सोमवार को बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए थे। ढाका के निवासियों में डर का माहौल है। शहर के कुछ हिस्सों में बसों में आग लगाने और बम विस्फोटों की खबरें भी सामने आई हैं।

Point of View

यह स्पष्ट है कि राजनीति में अस्थिरता और सामाजिक विरोध के बीच संतुलन बनाना अत्यंत आवश्यक है। एक राष्ट्र के रूप में, हमें सभी पक्षों की चिंताओं को समझना और समाधान खोजने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।
NationPress
12/11/2025

Frequently Asked Questions

बांग्लादेश में शिक्षकों की नियुक्ति क्यों रद्द की गई?
यूनुस सरकार ने इस्लामिक समूहों के दबाव में आकर प्राइमरी स्कूल में संगीत और पीटी के शिक्षकों की नियुक्ति की योजना को रद्द किया।
क्या ढाका में सुरक्षा की स्थिति सही है?
हाँ, बांग्लादेश अवामी लीग (एएल) ने संभावित विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी है।
बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन क्यों हो रहे हैं?
शिक्षकों की नियुक्ति रद्द करने और अन्य नीतियों के खिलाफ विद्यार्थियों और शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन जारी है।
क्या भविष्य में स्थिति सुधरेगी?
यह स्थिति राजनीतिक समाधान और संवाद पर निर्भर करेगी।
लॉकडाउन का क्या प्रभाव होगा?
लॉकडाउन से विरोध प्रदर्शन में कमी आ सकती है, लेकिन इससे सामाजिक असंतोष बढ़ सकता है।