बांग्लादेश में स्थायी कैंपस की मांग को लेकर छात्रों का प्रदर्शन क्यों हुआ?

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बांग्लादेश में स्थायी कैंपस की मांग को लेकर छात्रों का प्रदर्शन क्यों हुआ?

सारांश

बांग्लादेश के ढाका में रवींद्र विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्थायी कैंपस की मांग को लेकर रेल ट्रैक जाम किया, जिससे आठ ट्रेनें अटक गईं। छात्रों का आरोप है कि कैंपस निर्माण में देरी से शैक्षणिक गतिविधियों में समस्या उत्पन्न हो रही है। आंदोलन के पीछे की कहानी जानें।

Key Takeaways

  • रवींद्र विश्वविद्यालय के स्थायी कैंपस की मांग को लेकर छात्र सक्रिय हैं।
  • आठ ट्रेनें प्रदर्शन के कारण प्रभावित हुईं।
  • छात्रों ने 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है।
  • सरकार को छात्रों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए।
  • स्थायी कैंपस की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है।

ढाका, 13 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश में रवींद्र विश्वविद्यालय के स्थायी कैंपस के निर्माण के लिए विकास परियोजना प्रस्ताव (डीपीपी) की मंजूरी और पूर्ण क्रियान्वयन की मांग को लेकर बुधवार को छात्रों ने ढाका-उत्तरी जिलों के रेलमार्ग पर धरना देकर ट्रैक जाम कर दिया। इससे आठ ट्रेनें रास्ते में ही रुक गईं।

सुबह 9 बजे (स्थानीय समय) सिराजगंज जिले के उल्लापाड़ा रेलवे स्टेशन पर शुरू हुए इस आंदोलन के कारण ढाका और पश्चिमी क्षेत्र के बीच रेल संपर्क बाधित हो गया। फंसी ट्रेनों में सिल्क सिटी, चिलहाटी, रंगपुर, एकोटा, धूमकेतु, कुरिग्राम, चित्रा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी शामिल हैं। पश्चिमी रेलवे के महाप्रबंधक फरीद अहमद ने बताया कि हालांकि अभी तक ट्रेन संचालन का शेड्यूल प्रभावित स्तर पर नहीं पहुंचा है।

छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय की स्थापना हुए नौ साल और स्थायी कैंपस की घोषणा हुए आठ साल बीत चुके हैं, फिर भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। इसके चलते छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को शैक्षणिक गतिविधियों में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि कैंपस निर्माण कार्य शुरू और पूरा होने तक वे अपना आंदोलन खत्म नहीं करेंगे।

इससे पहले रविवार को छात्रों ने हाटीकुमरुल गोलचत्तर पर हाईवे जाम कर सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर उन्होंने बुधवार को रेलवे ट्रैक जाम कर दिया। सोमवार को भी छात्रों ने अस्थायी कैंपस में सीमित जगह के कारण नवागंतुक छात्रों का स्वागत समारोह हाईवे पर आयोजित कर विरोध दर्ज कराया था।

रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 19 से 30 के बीच भी छात्रों ने लगातार हाईवे जाम कर विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद सरकार ने आश्वासन देकर आंदोलन को अस्थायी रूप से खत्म कराया था। लेकिन डीपीपी को अब तक मंजूरी न मिलने से छात्रों ने 26 जुलाई को रवींद्र विश्वविद्यालय दिवस के बहिष्कार के साथ फिर से विरोध शुरू कर दिया।

Point of View

बल्कि यह छात्रों की भविष्य की संभावनाओं को भी प्रभावित करता है। सरकार को इस मुद्दे का समाधान करना चाहिए ताकि छात्रों की परेशानियों का अंत हो सके।
NationPress
20/08/2025

Frequently Asked Questions

बांग्लादेश में छात्रों का प्रदर्शन क्यों हो रहा है?
छात्रों का प्रदर्शन स्थायी कैंपस के निर्माण के लिए विकास परियोजना प्रस्ताव (डीपीपी) की मंजूरी की मांग को लेकर हो रहा है।
प्रदर्शन के दौरान कितनी ट्रेनें प्रभावित हुईं?
प्रदर्शन के कारण आठ ट्रेनें प्रभावित हुईं और रास्ते में रुक गईं।
छात्रों ने कब तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है?
छात्रों ने चेतावनी दी है कि वे अपना आंदोलन तब तक नहीं खत्म करेंगे जब तक कैंपस निर्माण कार्य शुरू और पूरा नहीं होता।