क्या बांग्लादेश में यूनुस सरकार का तुगलकी फरमान आवामी लीग के लिए खतरा है?

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क्या बांग्लादेश में यूनुस सरकार का तुगलकी फरमान आवामी लीग के लिए खतरा है?

सारांश

बांग्लादेश की अस्थायी सरकार के गृह मामलों के सलाहकार ने आवामी लीग के सदस्यों की तत्काल गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। यह कदम देश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था के बीच उठाया गया है। जानिए इस आदेश का राजनीतिक माहौल पर क्या असर पड़ेगा।

Key Takeaways

  • बांग्लादेश की अस्थायी सरकार का तुगलकी फरमान
  • आवामी लीग के सदस्यों की गिरफ्तारी का आदेश
  • कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति
  • राजनीतिक विरोध का बढ़ता दबाव
  • शरीफ उस्मान हादी पर हमले की जांच

ढाका, 18 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बांग्लादेश की अस्थायी सरकार के गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी ने पुलिस को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि आवामी लीग के सदस्यों को बिना किसी शिकायत की जांच किए ही देखते ही गिरफ्तार किया जाए। यह जानकारी स्थानीय मीडिया द्वारा साझा की गई है।

सूत्रों के अनुसार, चौधरी ने यह बयान बुधवार को नारायणगंज जिले में दिया, जहां एंटी-डिस्क्रिमिनेशन स्टूडेंट मूवमेंट के नेता और कार्यकर्ता उनकी घेराबंदी कर सात मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।

ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, गृह सलाहकार ने कहा, “आवामी लीग के सदस्यों के खिलाफ कोई मामला दर्ज है या नहीं, इसकी जांच करने की आवश्यकता नहीं है। उन्हें देखते ही गिरफ्तार किया जाना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया, तो पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”

यह निर्देश मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अस्थायी सरकार द्वारा आवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ बढ़ती कार्रवाई के बीच आया है।

इससे पहले इस सप्ताह, देश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) की छात्र इकाई जाटिया छात्र शक्ति ने ढाका के शाहबाग चौराहे को जाम कर दिया और चौधरी के इस्तीफे की मांग की।

स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि चौधरी देश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में असफल रहे हैं और शरीफ उस्मान हादी पर हमले के आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया।

रेडिकल मंच ‘इंक़िलाब मंच’ के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी पर 12 दिसंबर को बिजयनगर क्षेत्र में दिनदहाड़े गोली मारी गई थी। वह आगामी फरवरी चुनावों में ढाका-8 सीट से निर्दलीय उम्मीदवार बन सकते हैं। गंभीर रूप से घायल हादी को बेहतर उपचार के लिए सोमवार को सिंगापुर भेजा गया, जहां उनकी हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।

एनसीपी के छात्र इकाई के संयोजक अबू बकर मजूमदार ने यूएनबी से कहा, “हम हादी पर हमले करने वालों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करते हैं। देश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है, इसीलिए गृह सलाहकार को इस्तीफा देना चाहिए।”

उधर, पिछले महीने आवामी लीग ने यूनुस के नेतृत्व वाली अस्थायी सरकार पर देश को “लाशों का डंपिंग ग्राउंड” बनाने का आरोप लगाया था। पार्टी ने कहा कि देशभर में आवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या एक सुनियोजित साजिश के तहत की जा रही है।

आवामी लीग ने बयान में कहा, “आज बांग्लादेश का हर कोना अपने प्रियजनों को खोने वालों की चीखों से गूंज रहा है। बाजारों, खेतों, नदी के किनारों और घरों में लाशें बिखरी पड़ी हैं। यूनुस और उनके समर्थकों की कथित साजिशों के खिलाफ आवाज उठाने पर आवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं को अमानवीय यातनाओं का सामना करना पड़ रहा है।”

Point of View

लेकिन यह सवाल उठता है कि क्या यह निर्णय राजनीतिक विरोधियों को दबाने का एक तरीका है। ऐसे में बांग्लादेश की जनता की प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण होगी।
NationPress
18/12/2025

Frequently Asked Questions

बांग्लादेश में आवामी लीग के सदस्यों की गिरफ्तारी का आदेश क्यों दिया गया?
गृह मामलों के सलाहकार ने कहा कि आवामी लीग के सदस्यों को बिना किसी मामले की जांच किए गिरफ्तार किया जाए, जो कि कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एक तुगलकी फरमान के रूप में देखा जा रहा है।
क्या यह आदेश बांग्लादेश की राजनीति को प्रभावित करेगा?
हां, यह आदेश राजनीतिक तनाव को बढ़ा सकता है और आवामी लीग के सदस्यों के बीच डर का माहौल उत्पन्न कर सकता है।
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