क्या चीन और मध्य एशिया विभिन्न सेक्टर्स में सहयोग की संभावनाएं तलाशेंगे?
सारांश
Key Takeaways
- चीन और मध्य एशिया के बीच औद्योगीकरण में सहयोग बढ़ेगा।
- संवाद और समन्वय तंत्र की स्थापना की जाएगी।
- इंजीनियरिंग मानकीकरण पर सहयोग होगा।
- संयुक्त राष्ट्र के ढांचे में सहयोग बढ़ेगा।
बीजिंग, 10 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी आवास और शहरी-ग्रामीण विकास मंत्रालय ने जानकारी दी है कि चीन और मध्य एशिया के देशों के बीच निर्माण उद्योग के औद्योगीकरण, डिजिटलीकरण और हरित परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में सहयोग की नई संभावनाएं खोजी जाएंगी।
हाल ही में पेइचिंग में 2025 चीन-मध्य एशिया निर्माण मंत्रियों का सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसमें चीन, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के निर्माण मंत्रियों और प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
सम्मेलन में व्यावहारिक सहयोग को मजबूत करने और आवास एवं शहरी-ग्रामीण निर्माण क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले विकास को एक साथ आगे बढ़ाने पर चर्चा की गई।
चीनी आवास मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस सम्मेलन का विषय था, “आपसी लाभ और साझा विकास” के तहत चीन और मध्य एशिया के बीच आवास एवं शहरी-ग्रामीण निर्माण में सहयोग को मजबूत करना।
सम्मेलन में “पेइचिंग पहल” को पारित किया गया, जिसमें सुरक्षित, आरामदायक, हरित और स्मार्ट “अच्छे घरों” के निर्माण और नए शहरों के विकास पर सहमति बनी।
अधिकारी ने बताया कि चीन और मध्य एशिया के बीच सहयोग को बढ़ाने के लिए चार महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं।
पहला, दोनों पक्षों के बीच एक स्थायी संवाद और समन्वय तंत्र स्थापित किया जाएगा, जिससे आवास निर्माण से जुड़े मुद्दों पर नियमित सेमिनार और विचार-विमर्श हो सकें।
दूसरा, इंजीनियरिंग निर्माण के मानकीकरण पर सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा।
तीसरा, नए शहरों के विकास में साझेदारी को प्रोत्साहित करने के लिए चीन अपने अनुभव साझा करेगा।
चौथा, संयुक्त राष्ट्र के ढांचे के तहत वैश्विक मानव बस्तियों के प्रशासन में भी सहयोग बढ़ाया जाएगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)