क्या जेलेंस्की और ट्रंप की मुलाकात से पहले कीव पर रूस का बड़ा हमला पुतिन की स्थिति को मजबूत कर रहा है?
सारांश
Key Takeaways
- रूस का बड़ा हमला: कीव पर बड़ा ड्रोन और मिसाइल हमला हुआ।
- जेलेंस्की की प्रतिक्रिया: पुतिन को युद्ध पसंद है।
- शांति योजना: ट्रंप और जेलेंस्की की मुलाकात में 20-पॉइंट योजना पर चर्चा होगी।
- पुतिन का संदेश: रूस पर कोई दबाव काम नहीं करेगा।
- सीजफायर की आवश्यकता: जेलेंस्की ने 60 दिनों का सीजफायर आवश्यक बताया।
नई दिल्ली, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका के फ्लोरिडा में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की की एक महत्वपूर्ण मुलाकात होने वाली है। इस मुलाकात से पहले, रूस ने कीव पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। इस स्थिति को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि राष्ट्रपति पुतिन ट्रंप की मध्यस्थता से पहले अपनी स्थिति को और मजबूत कर रहे हैं।
रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव और उसके आस-पास के क्षेत्रों पर एक बड़ा ड्रोन और मिसाइल हमला किया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। इस हमले के कारण लाखों लोग बेघर हो गए हैं। इस हमले के बाद, जेलेंस्की ने प्रतिक्रिया दी और इसे इस बात का प्रमाण बताया कि पुतिन को युद्ध से प्रेम है और वे शांति नहीं चाहते।
दूसरी ओर, जेलेंस्की फ्लोरिडा में ट्रंप के साथ एक नये 20-पॉइंट शांति योजना पर चर्चा करेंगे। अमेरिका की ओर से प्रस्तावित यह योजना पहले 28 प्वाइंट में थी, जिसे बाद में संशोधित कर 20 प्वाइंट में रखा गया। हालांकि, रूस बार-बार कह रहा है कि युद्ध समाप्त करने के लिए यूक्रेन को उसकी शर्तों को मानना होगा, लेकिन वह किसी समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार नहीं हैं।
रूस ने इस ताजा हमले से साफ कर दिया है कि वह अब भी कीव पर हमले की क्षमता रखता है। हमले की टाइमिंग को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि रूस ट्रंप और जेलेंस्की की मुलाकात से पहले अपनी स्थिति को मजबूत कर रहा है। पुतिन स्थिति को मजबूती देने की कोशिश में हैं।
रूस यह संदेश भी दे रहा है कि उस पर कोई भी दबाव काम नहीं करेगा। पुतिन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि कोई भी देश रूस पर अपने विचारों को थोपने के लिए दबाव नहीं बना सकता।
जेलेंस्की ने पहले कहा था कि यदि रूस कम से कम 60 दिनों के लिए सीजफायर पर सहमत होता है, तो वह इस संकट को खत्म करने के लिए एक शांति योजना पर जनमत संग्रह कराने के लिए तैयार हैं।
सिन्हुआ के अनुसार, शुक्रवार को अमेरिकी मीडिया आउटलेट एक्सियोस के साथ एक फोन इंटरव्यू में, जेलेंस्की ने कहा कि वह अब भी हालात को सुधारने के लिए बातचीत करना चाहेंगे, लेकिन यदि योजना में 'बहुत कठिन' निर्णय लेने की आवश्यकता पड़ती है, तो आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका पूरे 20-पॉइंट शांति योजना को जनमत संग्रह के लिए प्रस्तुत करना होगा।
उन्होंने कहा कि वोट कराने के लिए 60 दिन का सीजफायर 'कम से कम' जरूरी है, क्योंकि ऐसे जनमत संग्रह में बड़े राजनीतिक, लॉजिस्टिकल और सुरक्षा से जुड़े मुद्दे होंगे।