क्या चीन का 'नया' इंजन दुनिया में नई प्रेरणा का संचार कर रहा है?
सारांश
Key Takeaways
- चीन की 15वीं पंचवर्षीय योजना में विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर जोर दिया गया है।
- नई गुणवत्ता वाली उत्पादक शक्तियाँ विकास का केंद्र बनेंगी।
- डिजिटल तकनीकों का उपयोग पारंपरिक उद्योगों के विकास में किया जाएगा।
- वैश्विक नवाचार के लिए चीन का बाजार प्रयोगशाला बनेगा।
- चीन का विकास अन्य देशों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा।
बीजिंग, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। इस समय चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की 20वीं केंद्रीय समिति का चौथा पूर्ण अधिवेशन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष ध्यान का केंद्र बना हुआ है।
इस अधिवेशन में '15वीं पंचवर्षीय योजना' (2026-2030) के लिए जो रणनीतिक दिशा निर्धारित की गई है, उसमें उच्चस्तरीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी की आत्मनिर्भरता को तेजी लाने और नई गुणवत्ता वाली उत्पादक शक्तियों के विकास का उद्देश्य रखा गया है, जिसने वैश्विक मीडिया में व्यापक चर्चा को जन्म दिया है।
कई विदेशी पर्यवेक्षकों का मानना है कि यह अधिवेशन स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि चीन उच्च गुणवत्ता वाले विकास की दिशा में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की निर्णायक भूमिका को गहराई से समझता और महत्व देता है। चीन की यह नीति न केवल उसकी अपनी प्रगति के लिए, बल्कि विश्व विकास की दिशा के लिए भी एक मजबूत संकेत है।
इस पूर्ण अधिवेशन द्वारा पारित 'राष्ट्रीय आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए 15वीं पंचवर्षीय योजना तैयार करने पर सीपीसी केंद्रीय समिति के प्रस्ताव' में कहा गया है कि मूल नवाचार और प्रमुख कोर प्रौद्योगिकियों के अनुसंधान को सुदृढ़ किया जाए, विज्ञान और प्रौद्योगिकी नवाचार को औद्योगिक नवाचार के साथ गहराई से जोड़ा जाए, और शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रतिभा संसाधनों के समेकित विकास को बढ़ावा दिया जाए।
इसके साथ ही, डिजिटल चीन के निर्माण को और गहराई तक विस्तारित करने का आह्वान किया गया है। ये सभी नीतिगत दिशाएं यह स्पष्ट करती हैं कि चीन की नई गुणवत्ता वाली उत्पादक शक्तियां, विज्ञान, नवाचार, औद्योगिक उन्नयन और हरित परिवर्तन, एक-दूसरे के साथ सशक्त रूप से जुड़कर न केवल चीन के उच्च गुणवत्ता वाले विकास को गति देंगी, बल्कि विश्व भर में नई प्रेरणा और अवसरों का संचार भी करेंगी।
1.4 अरब से अधिक की जनसंख्या और 40 करोड़ से अधिक मध्यम आय वर्ग के उपभोक्ताओं के साथ, चीन विश्व का एक ऐसा विशाल और जीवंत बाजार है, जो अन्यत्र दुर्लभ है। आने वाले पांच वर्षों में चीन पारंपरिक उद्योगों के परिवर्तन और उन्नयन के लिए डिजिटल तकनीकों का पूर्ण उपयोग करेगा।
नई पीढ़ी की सूचना तकनीक और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्रों में नवोदित उद्योगों का विस्तार किया जाएगा तथा क्वांटम तकनीक और जैव-प्रौद्योगिकी जैसे भविष्य के उद्योगों के विकास को तेज किया जाएगा। इस प्रक्रिया में चीन का विस्तृत बाजार वैश्विक नवाचार के लिए एक प्रयोगशाला, अनुप्रयोग मंच और लाभ क्षेत्र के रूप में स्थापित होगा।
वैश्विक औद्योगिक और आपूर्ति श्रृंखलाओं में एक प्रमुख कड़ी के रूप में, चीन '15वीं पंचवर्षीय योजना' के दौरान नई गुणवत्ता वाली उत्पादक शक्तियों के विकास में तेजी लाने जा रहा है। यह विकास मार्ग न केवल विविध और खुले औद्योगिक सहयोग के नए अवसर उत्पन्न करेगा, बल्कि अन्य देशों को भी डिजिटलीकरण, बुद्धिमत्ता और हरित विकास की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा।
विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में, बीते पांच वर्षों में चीन का वैश्विक आर्थिक वृद्धि में औसत वार्षिक योगदान लगभग 30 प्रतिशत रहा है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे उभरते क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति हुई है, जिससे 'विश्व की फैक्ट्री' अब 'वैश्विक नवाचार केंद्र' में रूपांतरित हो रही है।
'14वीं पंचवर्षीय योजना' से '15वीं पंचवर्षीय योजना' और फिर 2035 के दूरदर्शी लक्ष्य तक, चीन ने अपने विकास खाके पर आगे बढ़ने की दृढ़ संकल्पना और अटूट प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है। 'नए' की इस दिशा में चीन का आधुनिकीकरण तीव्र गति से आगे बढ़ेगा, जो न केवल अपने देश बल्कि पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था में नई जीवन्तता और प्रेरणादायक शक्ति का संचार करेगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)