क्या चीनी प्रतिनिधि ने अफगानिस्तान में आतंकवादी ताकतों के खात्मे का आग्रह किया?
सारांश
Key Takeaways
- फू त्सोंग ने आतंकवाद को अफगानिस्तान में एक गंभीर खतरा बताया।
- अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होकर कार्य करना चाहिए।
- अफगानिस्तान की सरकार को आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने चाहिए।
- अफगान जनता के लिए तत्काल मानवीय सहायता की आवश्यकता है।
- अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंक की संपत्तियों को मुक्त किया जाना चाहिए।
बीजिंग, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। संयुक्त राष्ट्र में चीन के स्थायी प्रतिनिधि फू त्सोंग ने 10 दिसंबर को अफगानिस्तान पर आयोजित सुरक्षा परिषद की खुली बैठक में अपने विचार साझा करते हुए कहा कि अफगानिस्तान में गहराई से जड़ें जमा चुकी आतंकवादी ताकतों का पूर्ण नाश अंतरराष्ट्रीय समुदाय की एक महत्वपूर्ण अपेक्षा है।
फू त्सोंग ने कहा कि आतंकवाद एक 'खतरनाक ट्यूमर' है, जो अफगानिस्तान की स्थिरता और विकास के लिए एक गंभीर चुनौती है। उन्होंने अफगान सरकार से अनुरोध किया कि वह आतंकवाद के मुद्दे को सही तरीके से समझे, अपनी आतंकवाद-विरोधी प्रतिबद्धताओं का ईमानदारी से पालन करे, और देश में उपस्थित सभी आतंकवादी तत्वों के खिलाफ और अधिक दृढ़ एवं प्रभावी कदम उठाए।
उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के प्रयासों से अफगानिस्तान न केवल क्षेत्र के देशों, बल्कि पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय का विश्वास और समर्थन प्राप्त कर सकता है।
चीन के प्रतिनिधि ने जोर देकर कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को वैचारिक पूर्वाग्रह और भू-राजनीतिक गणनाओं से ऊपर उठकर आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होना चाहिए। उन्होंने दोहरे मापदंडों और चयनात्मक नीतियों का विरोध करते हुए कहा कि ऐसी प्रवृत्तियां अफगानिस्तान में स्थायी शांति की राह में बाधा डालती हैं।
फू त्सोंग ने आगे कहा कि दुनिया को अफगानिस्तान की स्थिति में ठोस सुधार लाने के लिए वहां की सरकार के साथ संपर्क और संवाद को और मजबूत करना चाहिए। उन्होंने सुरक्षा परिषद से अनुरोध किया कि वह परिस्थितियों के अनुसार अफगानिस्तान पर लगे प्रतिबंध तंत्र की समयानुकूल समीक्षा करे और संवाद को आसान बनाने के लिए व्यापक यात्रा-प्रतिबंध छूट व्यवस्था को शीघ्र पुनः प्रारंभ किया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अफगान जनता की कठिन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए तत्काल मानवीय सहायता प्रदान करनी चाहिए, ताकि देश को गहरे संकट से बाहर निकालकर स्वतंत्र और टिकाऊ विकास की दिशा में आगे बढ़ाया जा सके।
फू त्सोंग ने संबंधित देशों से अपील की कि वे अफगानिस्तान के केंद्रीय बैंक की विदेशी संपत्तियों को तुरंत और बिना किसी शर्त के मुक्त करें, अवैध एकतरफा प्रतिबंधों को हटाएं और अफगानिस्तान के आर्थिक पुनर्निर्माण में सकारात्मक भूमिका निभाएं।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)