क्या कुआलालंपुर में चीन-आसियान विदेश मंत्रियों की बैठक आयोजित हुई?

सारांश
Key Takeaways
- चीन और आसियान के बीच सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता है।
- क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की रक्षा की जानी चाहिए।
- आपसी लाभ और उभय-जीत सहयोग को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
- समावेशिता और आपसी सीख को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण है।
बीजिंग, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में चीन-आसियान विदेश मंत्रियों की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक की सह-अध्यक्षता चीनी विदेश मंत्री वांग यी और चीन-आसियान संबंधों के समन्वयक के प्रतिनिधि ने की। इसमें आसियान के विदेश मंत्रियों, पर्यवेक्षकों और महासचिव ने हिस्सा लिया।
वांग यी ने कहा कि चीन और आसियान की विकास की अवधारणाएं और हित एक समान हैं। चीन, आसियान को अपनी पड़ोसी कूटनीति की प्राथमिकता मानता है और मानव जाति के साझे भविष्य की दिशा में अग्रणी क्षेत्र के रूप में देखता है। हमें एशिया में आधुनिकीकरण को बढ़ावा देने के लिए एक साथ काम करना चाहिए और एक-दूसरे की सफलता में योगदान करना चाहिए। चीन हमेशा से अशांत विश्व में एक विश्वसनीय स्थिरकारी शक्ति रहा है और आसियान देशों का सबसे भरोसेमंद साथी रहा है।
वांग यी ने चीन-आसियान सहयोग की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी और चार महत्वपूर्ण सुझाव दिए। पहला, अंतर्राष्ट्रीय निष्पक्षता और न्याय की रक्षा के लिए आदर्श बनें। हमें संयुक्त राष्ट्र संघ की मूलभूत अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का दृढ़ता से समर्थन करना चाहिए।
दूसरा, क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए आदर्श बनें। आज की दुनिया में अराजकता फैल रही है, इसलिए हमें शांति और स्थिरता की रक्षा करनी चाहिए। हमें संवाद के माध्यम से विवादों का समाधान करना चाहिए।
तीसरा, आपसी लाभ और उभय-जीत सहयोग के लिए आदर्श बनें। चीन आसियान के साथ मिलकर फ्री ट्रेड एरिया 3.0 का निर्माण करना चाहता है।
चौथा, समावेशिता और आपसी सीख को बढ़ावा देने के लिए आदर्श बनें। चीन विभिन्न सभ्यताओं के बीच संवाद को बढ़ावा देना चाहता है।
बैठक में सभी पक्षों ने चीन-आसियान व्यापक रणनीतिक साझेदारी का सकारात्मक मूल्यांकन किया और कहा कि इस सहयोग के परिणामों ने लोगों की भलाई को प्रभावी ढंग से बढ़ाया है।
उन्होंने आसियान की केंद्रीय स्थिति के लिए चीन के समर्थन का आभार व्यक्त किया।
आसियान ने वर्ष 2026 को चीन-आसियान साझेदारी की स्थापना की 5वीं वर्षगांठ का थीम वर्ष घोषित किया।