क्या चीन और दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रियों ने नए सहयोग की दिशा में वार्ता की?

Click to start listening
क्या चीन और दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रियों ने नए सहयोग की दिशा में वार्ता की?

सारांश

बीजिंग में चीन और दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रियों की वार्ता ने नए सहयोग की संभावनाओं को उजागर किया है। दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच फोन पर संवाद के बाद, रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण सहमति बनी है। जानिए इस वार्ता के मुख्य बिंदु क्या हैं।

Key Takeaways

  • चीन और दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रियों के बीच वार्ता हुई।
  • दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने फोन पर सहमति बनाई।
  • कूटनीतिक संबंधों में सुधार की आवश्यकता।
  • व्यापार संरक्षण के खिलाफ एकजुटता।
  • ग्योंगजू में एपेक शिखर सम्मेलन का महत्व।

बीजिंग, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 17 सितंबर को पेइचिंग में दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ह्यून के साथ एक महत्वपूर्ण वार्ता की।

वांग यी ने बताया कि दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने फोन पर संवाद किया और चीन-दक्षिण कोरिया रणनीतिक सहयोग की साझेदारी को एक नए स्तर पर ले जाने के लिए महत्वपूर्ण सहमति व्यक्त की है।

उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों को कूटनीतिक संबंध की स्थापना के लिए अपनी प्रारंभिक आकांक्षाओं का पालन करते हुए पड़ोसी देशों के बीच मित्रता और पारस्परिक लाभ के सिद्धांतों पर आधारित रहना चाहिए। चीन और दक्षिण कोरिया को व्यापार संरक्षण के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए।

चो ह्यून ने कहा कि दक्षिण कोरिया, चीन के साथ दोनों राष्ट्राध्यक्षों की महत्वपूर्ण सहमति को प्रभावी बनाने के लिए तत्पर है और ग्योंगजू में होने वाले एपेक अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के अवसर का लाभ उठाकर उच्च स्तरीय संवाद को बढ़ावा देगा। इसके साथ ही, आर्थिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में सहयोग को गहरा करेगा तथा दक्षिण कोरिया-चीन और दक्षिण कोरिया-चीन-जापान मुक्त व्यापार संधि पर वार्ता को गति देगा।

(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

Point of View

NationPress
18/09/2025

Frequently Asked Questions

चीन और दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रियों की वार्ता का उद्देश्य क्या था?
इस वार्ता का मुख्य उद्देश्य चीन-दक्षिण कोरिया रणनीतिक सहयोग को और मजबूत करना था।
क्या इस वार्ता से व्यापार संबंधों में सुधार होगा?
जी हाँ, यह वार्ता दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक सहयोग को बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण है।