क्या रियो डी जेनेरियो में चीन-ब्राजील सभ्यताओं के आदान-प्रदान के लिए नया अनुसंधान केंद्र स्थापित हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- चीन-ब्राजील सहयोग अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन 5 जुलाई को किया गया।
- यह केंद्र ज्ञान नवाचार और संसाधन साझाकरण को बढ़ावा देगा।
- यह द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगा।
बीजिंग, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। चीन-ब्राजील सहयोग अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन 5 जुलाई को ब्राज़ील के रियो डी जेनेरियो में हुआ। इस केंद्र की स्थापना चीन के रेनमिन विश्वविद्यालय, पेइहांग विश्वविद्यालय, ब्राजील के रियो डी जेनेरियो संघीय विश्वविद्यालय और मिनास गेरैस संघीय विश्वविद्यालय ने मिलकर की है।
यह अनुसंधान केंद्र चार विश्वविद्यालयों के पारंपरिक विषयों और उभरते अनुशासन संसाधनों को संगठित करेगा। इसका उद्देश्य ज्ञान नवाचार और संसाधन साझाकरण को बढ़ावा देना है, साथ ही चीन-ब्राजील युवा आदान-प्रदान, शैक्षणिक सहयोग, मानविकी संवाद और सभ्यताओं के आपसी सीख के लिए एक नया मंच प्रदान करना है। यह रणनीतिक स्थान और विशिष्ट ब्रांड का निर्माण करेगा, और वैश्विक दक्षिण देशों में विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग का एक मॉडल स्थापित करेगा।
अनावरण समारोह में ब्राजील में चीनी राजदूत चू छिंगछ्याओ ने बधाई पत्र भेजकर कहा कि दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के मार्गदर्शन में, द्विपक्षीय संबंधों में एक स्वर्णिम काल में प्रवेश किया गया है। चीन ब्राजील के साथ मिलकर सभ्यताओं के आदान-प्रदान और आपसी सीख को और मजबूत करने का प्रयास करेगा, ताकि द्विपक्षीय संबंधों का समकालीन अर्थ और समृद्ध हो सके।
पेइहांग विश्वविद्यालय और रियो डी जेनेरियो संघीय विश्वविद्यालय द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित कन्फ्यूशियस संस्थान का आधिकारिक अनावरण भी किया गया।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)