क्या इस साल चीन आने वाले विदेशियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है?

सारांश
Key Takeaways
- चीन में विदेशी नागरिकों की संख्या में वृद्धि
- वीजा-मुक्त नीति के लाभ
- आव्रजन प्रबंधन में सुधार
- अंतरराष्ट्रीय संबंधों में मजबूती
- पर्यटन और व्यापार में बढ़ोतरी
बीजिंग, 16 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। चीनी राष्ट्रीय आव्रजन प्रशासन ब्यूरो के अनुसार, वर्ष 2025 की पहली छमाही में चीन में प्रवेश करने और चीन से बाहर जाने वाले विदेशी नागरिकों की संख्या 3 करोड़ 80 लाख 53 हजार तक पहुँच गई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 30.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
इनमें से 1 करोड़ 36 लाख 40 हजार विदेशी नागरिकों ने वीजा-फ्री प्रवेश का लाभ उठाया, जो कि चीन में प्रवेश करने वाले विदेशी नागरिकों की कुल संख्या का 71.2 प्रतिशत है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में 53.9 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
चीन भर में, आव्रजन प्रबंधन संस्थाएं लगातार आव्रजन प्रबंधन के क्षेत्र में खुलेपन को बढ़ावा दे रही हैं और आव्रजन प्रबंधन सेवाओं की दक्षता में निरंतर सुधार कर रही हैं। चीन ने अपने देश की वीजा-मुक्त पारगमन नीति को और अनुकूलित किया है। हाल ही में, इंडोनेशिया को 240 घंटों के वीजा-मुक्त पारगमन वाले देशों की सूची में शामिल किया गया है।
इस प्रकार, चीन की 240 घंटों की वीजा-मुक्त पारगमन नीति के तहत आने वाले देशों की कुल संख्या अब 55 हो गई है। इसके अलावा, चीन ने क्षेत्रीय वीजा-मुक्त प्रवेश नीति प्रस्तुत की है और युन्नान के शीश्वांगबन्ना में प्रवेश करने वाले आसियान पर्यटकों के लिए भी वीजा-मुक्त नीति लागू की है।
चीन ने पारस्परिक और एकतरफा वीजा-मुक्त देशों के दायरे का लगातार विस्तार किया है। इसके लिए चीन ने अन्य देशों के साथ पारस्परिक वीजा-मुक्त समझौतों पर बातचीत को बढ़ावा दिया है। हाल ही में, उज्बेकिस्तान, मलेशिया और अजरबैजान के साथ व्यापक पारस्परिक वीजा-मुक्त समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
इसके अतिरिक्त, चीन ने ब्राजील, अर्जेंटीना, चिली, पेरू, उरुग्वे, सऊदी अरब, ओमान, बहरीन और कुवैत जैसे 9 देशों को एकतरफा वीजा-मुक्त नीति में शामिल किया है।
ये वीजा सुविधाएं और नीतियाँ बड़ी संख्या में विदेशी नागरिकों को चीन में पर्यटन और व्यापार के लिए आकर्षित कर रही हैं, जिससे चीन की आवक खपत में भी वृद्धि हो रही है। इससे चीन और विदेशी नागरिकों के बीच समझ और मित्रता को भी बढ़ावा मिला है।
इस प्रकार, चीन और दुनिया के बीच आदान-प्रदान के लिए एक महत्वपूर्ण पुल का निर्माण हो रहा है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)