क्या चीन ने जापान के आरोपों को खारिज किया?
सारांश
Key Takeaways
- चीनी नौसेना का ल्याओनिंग विमान वाहक युद्ध समूह प्रशिक्षण कर रहा है।
- जापानी विमानों ने प्रशिक्षण में हस्तक्षेप किया।
- जापान के आरोपों को चीन ने खारिज किया।
- दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है।
- संवाद और सहयोग की आवश्यकता है।
बीजिंग, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी नौसेना के ल्याओनिंग विमान वाहक युद्ध समूह ने हाल में मियाको स्ट्रेट के पूर्वी समुद्री क्षेत्र में सामान्य तौर पर वाहक-आधारित लड़ाकू जेट का उड़ान प्रशिक्षण किया। इससे पहले इस प्रशिक्षण के समुद्री और हवाई इलाकों की घोषणा की गई थी। हालांकि, इस दौरान जापान के आत्मरक्षा दल के विमानों ने कई बार प्रशिक्षण के समुद्री और हवाई इलाकों में हस्तक्षेप किया और उड़ान की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया।
जापानी प्रतिरक्षा मंत्री कोइज़ुमी शिंजिरो ने इस अवसर पर तथाकथित 'रडार इल्यूमिनेशन' मुद्दे का प्रचार किया और चीन पर झूठे आरोप लगाए। इस पर चीनी नौसेना के प्रवक्ता वांग श्युएमंग ने कहा कि जापान का यह प्रचार तथ्यों से पूरी तरह भिन्न है। चीन ने जापान से शीघ्र ही आरोप लगाने की प्रक्रिया को रोकने का आग्रह किया है। चीनी नौसेना अपनी सुरक्षा और कानूनी हितों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएगी।
इसी बीच, चीनी प्रतिरक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता चांग श्याओकांग ने कहा कि हाल में जापान ने सैन्य सुरक्षा के क्षेत्र में अपनी उकसावे वाली हरकतें तेज कर दी हैं। इसका असली इरादा सभी को ज्ञात है। यदि जापान सैन्यवाद के गलत रास्ते पर वापस जाता है, तो वह निश्चित रूप से रसातल में गिरेगा।
दूसरी ओर, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीन जापान की तथाकथित बातचीत को स्वीकार नहीं करता। चीन ने इसे तुरंत खारिज कर दिया है और पेइचिंग एवं टोक्यो में इस मामले को उठाया है। जापान को जल्द से जल्द अपनी खतरनाक कार्रवाइयाँ बंद करनी चाहिए।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)