क्या चीन में भारी बारिश ने मचाई तबाही? 38 लोगों की जान गई!

सारांश
Key Takeaways
- चीन में बारिश ने 38 लोगों की जान ली।
- बीजिंग और हेबेई प्रांत में बाढ़ की स्थिति गंभीर है।
- प्रशासन ने बाढ़ प्रबंधन के लिए बड़ी संख्या में कर्मियों को तैनात किया है।
- पर्यटक स्थलों को बंद किया गया है।
- रेल मार्गों पर भी असर पड़ा है।
बीजिंग, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। चीन में मूसलाधार बारिश ने भीषण तबाही मचाई है, जिसमें अब तक कम से कम 38 लोगों की जान चली गई है। इस भारी बारिश के कारण बड़े पैमाने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है और यातायात व्यवस्था को भी गंभीर रूप से प्रभावित किया है।
इन 38 मृतकों में से अकेले बीजिंग में 30 लोगों की मौत हुई है, जबकि हेबेई प्रांत में भूस्खलन के कारण 8 लोगों की जान गई।
मंगलवार को बारिश की रफ्तार कम होने के बाद रेड अलर्ट को वापस ले लिया गया। हालांकि, मौसम विभाग ने दोपहर और शाम के समय फिर से बारिश की संभावना जताई है। बीजिंग में अब भी बाढ़ नियंत्रण के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया का उच्चतम स्तर लागू है।
मेंटौगौ जिले में मंगलवार सुबह 8 बजे तक 15,195 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया, जबकि यहाँ के सभी 19 प्रमुख पर्यटक स्थलों को बंद कर दिया गया है।
पिंगगू जिले में 12,800 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। यहाँ 40 आपातकालीन शेल्टर बनाए गए हैं, जिनमें स्कूल, जिम, होटल और पंचायत भवन शामिल हैं। इस जिले में बाढ़ प्रबंधन के लिए 1,073 कर्मियों की 34 टीमें तैनात की गई हैं।
बीजिंग के मौसम विज्ञान ब्यूरो के अनुसार, सोमवार रात 8 बजे से मंगलवार सुबह 10 बजे तक राजधानी में औसतन 72.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि फांगशान जिले के यानकुन स्टेशन पर सबसे अधिक 196.5 मिमी बारिश हुई।
बीजिंग में हुई 30 मौतों में से 28 लोग मीयुन जिले में और 2 लोग यानछिंग जिले में मारे गए। वहीं, हेबेई प्रांत के लुआनपिंग काउंटी में भूस्खलन के कारण 8 लोगों की जान गई, जबकि 4 लोग अभी भी लापता हैं। प्रशासन ने प्रभावित गांव के सभी निवासियों को स्थानांतरित करने का आदेश दिया है।
तटीय तिआनजिन नगरपालिका के जिझोउ जिले में 10,500 से अधिक लोगों को हटाया गया है। यहाँ जुहे नदी के किनारे बसे 13 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया।
बारिश के कारण कई रेल मार्गों पर भी असर पड़ा है। मंगलवार को बीजिंग-हार्बिन हाई-स्पीड रेलवे की कुछ ट्रेनों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया, जबकि बीजिंग और इनर मंगोलिया के बाओटोउ शहर को जोड़ने वाली कई ट्रेनों को रोक दिया गया या मार्ग परिवर्तित कर दिया गया।