क्या गाजा शांति योजना के दूसरे चरण पर घोषणाएं ‘जल्द’ होंगी?
सारांश
Key Takeaways
- गाजा शांति योजना का दूसरा चरण 'जल्द' शुरू होगा।
- हमास को पुनः सशक्त नहीं होने दिया जाएगा।
- अंतरराष्ट्रीय स्थिरीकरण बल (आईएसएफ) की तैनाती होगी।
- बोर्ड ऑफ पीस का गठन किया जाएगा।
- ट्रंप की नीति इस योजना को महत्वपूर्ण बनाती है।
तेल अवीव, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के राजदूत माइक वाल्ट्ज ने बुधवार को बताया कि गाजा शांति योजना के दूसरे चरण पर महत्वपूर्ण घोषणाएं “बहुत जल्द” होने वाली हैं। उन्होंने कहा कि यह चरण गाजा में स्थिरता और पुनर्निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा, जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्थिरीकरण बल (आईएसएफ) की तैनाती और ‘बोर्ड ऑफ पीस’ का गठन शामिल है।
यह बयान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना के संदर्भ में आया है, जो अक्टूबर 2025 में पहले चरण के समझौते के बाद अब दूसरे चरण की ओर बढ़ रही है।
द टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, उन्होंने यह भी कहा कि इस ढांचे में हमास को दोबारा सशक्त होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। गाजा शांति योजना को आगे बढ़ाने के लिए वह इजरायल में हैं और बुधवार को यरुशलम में राष्ट्रपति आइजैक हर्जोग से मुलाकात की।
यूएस दूत का यह बयान हर्जोग के कार्यालय द्वारा जारी किया गया। इसमें कहा गया कि वाल्ट्ज ने गाजा योजना पर पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्तुत प्रस्ताव की सराहना करते हुए कहा कि यह “शायद इजरायल के लिए, इस क्षेत्र में स्थिरता के लिए अब तक का सबसे सकारात्मक प्रस्ताव है,” और कहा कि “यह महज बयानबाजी नहीं थी, यह एक स्पष्ट योजना को लागू करने की सोच है।”
उन्होंने आगे कहा कि उम्मीद है कि योजना के दूसरे चरण के हिस्सों पर जल्द ही घोषणाएं की जाएंगी, जिसमें बोर्ड ऑफ पीस और फिलिस्तीनी टेक्नोक्रेट्स की कमेटी शामिल है। इसे योजना के अंतर्गत बनाया जा रहा है।
यूएस दूत ने कहा, “मैं एक चीज स्पष्ट करना चाहता हूं, वह यह है कि हमास को जाना होगा। राष्ट्रपति ट्रंप ने साफ कहा है कि यह आसान तरीके से हो या मुश्किल तरीके से लेकिन होगा जरूर, अब हमास नहीं रहेगा।”
ज्ञात हो, ट्रंप ने 4 दिसंबर को कहा था कि दूसरा चरण “बहुत जल्द” शुरू होगा, लेकिन समयसीमा स्पष्ट नहीं की गई।
ट्रंप की 20-सूत्री गाजा शांति योजना अक्टूबर 2025 में पहले चरण के साथ शुरू हुई, जिसमें इजरायली सेनाओं की “येलो लाइन” के पीछे वापसी, बंधकों की रिहाई (20 जीवित और 27 शव), और फिलिस्तीनियों की रिहाई शामिल थी। हमास ने टेक्नोक्रेट्स को सौंपने पर सहमति जताई, लेकिन निरस्त्रीकरण पर असहमति बनी हुई है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 7 दिसंबर को कहा कि दूसरा चरण “जल्द” शुरू होगा, और वे दिसंबर में ट्रंप से मिलेंगे। यूएनएससी ने ट्रांजिशनल गवर्नेंस बॉडी को मंजूरी दी है, लेकिन सदस्यों की घोषणा अभी बाकी है।