गाजा युद्धविराम वार्ता जारी है, क्या हमास ने प्रमुख मांगें रखी हैं?

सारांश
Key Takeaways
- हमास ने गाजा पट्टी पर इजरायली कब्जे का स्थायी अंत मांगा है।
- इजरायली बंदियों की रिहाई की मांग की गई है।
- वार्ता में प्रगति के लिए दोनों पक्षों को सहयोग करना होगा।
- इजरायल ने युद्धविराम के अपने वादों का उल्लंघन किया है।
- स्थायी शांति के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका महत्वपूर्ण है।
बीजिंग, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मिस्र के शर्म अल-शेख में फिलिस्तीनी इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन (हमास) और इजरायल के बीच युद्धविराम वार्ता का एक नया चरण शुरू हुआ।
इस वार्ता के दौरान हमास ने दो महत्वपूर्ण मांगें पेश की। पहली, गाजा पट्टी पर इजरायली कब्जे का स्थायी अंत, जिसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गारंटी होनी चाहिए। दूसरी, इजरायली बंदियों की रिहाई को इजरायली सेना की पूर्ण वापसी से जोड़ा जाए।
हमास के मुख्य वार्ताकार खलील हया ने कहा कि हमास प्रतिनिधिमंडल मिस्र में एक स्पष्ट उद्देश्य के साथ पहुंचा है: संघर्ष को तुरंत और स्थायी रूप से समाप्त करना और एक पारस्परिक कार्मिक विनिमय समझौते पर पहुंचना।
उन्होंने कहा कि हमास युद्ध समाप्त करने के लिए 'सभी जिम्मेदारियां लेने को तैयार है', लेकिन 'इजरायल हत्याएं और नरसंहार जारी रखे हुए है', जिससे वार्ता में प्रगति में बाधा उत्पन्न हो रही है।
खलील हया के अनुसार, हालिया इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष के दौरान इजरायल ने गाजा पट्टी में युद्धविराम के अपने वादे का दो बार उल्लंघन किया है, जिससे हमास के लिए उस पर भरोसा करना कठिन हो गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल को गाजा पट्टी पर अपने कब्जे को हमेशा के लिए समाप्त करना होगा और इस दिशा में अमेरिका तथा क्षेत्रीय देशों को सच्ची गारंटी देनी चाहिए ताकि युद्धविराम स्थायी रूप से लागू हो सके।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)