क्या गिलगित-बाल्टिस्तान में बाढ़ ने पर्यटकों की जान ले ली?

सारांश
Key Takeaways
- गिलगित-बाल्टिस्तान में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है।
- चार पर्यटक मारे गए, और 15 लोग लापता हैं।
- बाढ़ के कारण संचार और बिजली की व्यवस्था प्रभावित हुई है।
- स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटा है।
- गंभीर हालात में सभी को मदद की जरूरत है।
कराची, 22 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। सोमवार को गिलगित-बाल्टिस्तान (जीबी) के डायमर जिले में हुई मूसलधार बारिश के कारण आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई। बाबूसर क्षेत्र में चार पर्यटकों की मौत की सूचना है। दो लोग घायल हैं और 15 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
गिलगित-बाल्टिस्तान में जलवायु परिवर्तन के घातक प्रभावों के कारण, बादल फटने से आई बाढ़ ने पूरे क्षेत्र में विनाश किया है।
गिलगित-बाल्टिस्तान सरकार के प्रवक्ता फैजुल्लाह फाराक ने बताया कि थाक क्षेत्र में बाढ़ के चलते आठ टूरिस्ट वाहन बह गए हैं।
फैजुल्लाह फाराक ने लगभग 15 पर्यटकों के लापता होने की पुष्टि की है। इनमें से चार शव बरामद किए गए हैं, जिनमें एक महिला भी शामिल है, जो पंजाब के लोधरां की निवासी थीं। घायलों और मृतकों को स्थानीय अस्पताल में भेजा गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि बाढ़ के कारण बाबूसर हाईवे भी बंद हो गया है। क्षेत्र में संचार और बिजली की व्यवस्था गंभीर रूप से प्रभावित है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अब्दुल हमीद ने पाकिस्तान के प्रमुख अखबार 'डॉन' को बताया कि भयानक बाढ़ के चलते स्थिति बेहद चिंताजनक है। बाढ़ ने लगभग सात किलोमीटर के क्षेत्र को प्रभावित किया है।
गिलगित-बाल्टिस्तान के मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे लोगों को बचाने और उनकी सहायता के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करें। इस भीषण बाढ़ ने कृषि भूमि, फसलों, पेड़ों और सार्वजनिक और निजी संपत्ति को भारी नुकसान पहुँचाया है।
एसएसपी अब्दुल हमीद का मानना है कि देश के विभिन्न हिस्सों से आए 20 से 30 पर्यटक फिलहाल लापता हो सकते हैं। बचाव दल उनकी खोज में जुटे हुए हैं, हालांकि लगातार बारिश के कारण रेस्क्यू मिशन में बाधा आ रही है। इस बाढ़ ने काराकोरम राजमार्ग के एक हिस्से को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है, जिसके चलते दोनों ओर सैकड़ों पर्यटक फंस गए हैं।